अतिरिक्त राशि की वसूली से लेकर प्रशासनिक पद न देने तक की थी अनुशंसा
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2009-16 के बीच खुली एक दर्जन से अधिक गोपनीय फाइलें गायब
अतिरिक्त राशि की वसूली से लेकर प्रशासनिक पद न देने तक की थी अनुशंसा दीक्षांत में रतन टाटा को मानद उपाधि देने के फैसले वाली फाइल भी नहीं मिली, विवि प्रशासन कर रहा जांच विभिन्न कॉलेजों में निर्माण की गुणवत्ता से लेकर, सामग्री की खरीदारी को लेकर उठाये गये थे सवाल कुछ कॉलेजों की संबद्धता […]
दीक्षांत में रतन टाटा को मानद उपाधि देने के फैसले वाली फाइल भी नहीं मिली, विवि प्रशासन कर रहा जांच
विभिन्न कॉलेजों में निर्माण की गुणवत्ता से लेकर, सामग्री की खरीदारी को लेकर उठाये गये थे सवाल
कुछ कॉलेजों की संबद्धता से जुड़ी सूचनाएं भी नहीं मिल रही, पूर्व के कुछ टेंडर भी सवालों के घेरे में
जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय में वर्ष 2009 से 2016 के बीच अलग-अलग शिकायतों की जांच के लिए खोली गयी करीब एक दर्जन से अधिक अहम फाइलें गायब हैं. इसमें अलग-अलग कॉलेजों में पदस्थापित शिक्षकों को भुगतान की गयी अतिरिक्त राशि की वसूली करने से लेकर प्रशासनिक पदों पर तैनाती नहीं देने संबंधी अहम अनुशंसा की गयी थी.
दरअसल विवि ने तत्कालीन कुलपति डॉ सलिल राय की अध्यक्षता में हुई सिंडिकेट की बैठक में तय किया था कि दीक्षांत समारोह में टाटा स्टील के तत्कालीन प्रमुख रतन टाटा को मानद उपाधि प्रदान की जायेगी. बाद में इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. बाद में संबंधित प्रस्ताव के लिए तैयार की गयी फाइल गायब हो गयी. जांच के बाद धीरे-धीरे पता चला है कि मानद उपाधि के अलावा और भी गोपनीय सूचनाओं से संबंधित फाइलें नहीं मिल रहीं. विवि के दस्तावेजों की पड़ताल में भी इन फाइलों की कोडिंग से संबंधित सूचनाएं नहीं मिली. लिहाजा विवि प्रशासन इन अहम फाइलों की खोज के लिए कमेटी गठित करने पर विचार कर रहा है.
को-ऑपरेटिव कॉलेज में कंप्यूटर क्लास को लेकर वीसी से शिकायत जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज में कंप्यूटर की कक्षाओं को लेकर अनियमितता की शिकायत दर्ज कराई गयी है. दावा किया जा रहा है कि निजी कोचिंग संस्थान को कॉलेज प्रशासन की ओर से फायदा पहुंचाया जा रहा है. शनिवार को को-ऑपरेटिव कॉलेज पहुंची कुलपति प्रो डॉ शुक्ला मोहंती से कॉलेज के छात्रों ने इस बारे में लिखित शिकायत की. कहा कि सीसीटीवी कैमरे की जांच कर इस शैक्षणिक भ्रष्टाचार का पता लगाया जा सकता है. कुलपति ने इस मामले में सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
इन फाइलों का नहीं मिल रहा सुराग
2009 से 2014 के बीच कुछ कॉलेजों को प्रदान की गयी संबद्धता से संबंधित फाइलें
रतन टाटा को मानद उपाधि प्रदान करने के लिए तैयार किये गये प्रस्ताव से संबंधित फाइल
पूर्वी सिंहभूम के कुछ कॉलेजों में दिये गये ठेके के आवंटन से संबंधित फाइलें
कुछ शिक्षकों की ओर से गलत तरीके से ली गयी राशि की वसूली से संबंधित
शिक्षकों के खिलाफ की गयी अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा से संबंधित
विवि के स्तर पर फाइलों से संबंधित किसी तरह की जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती. विवि अपने आंतरिक तंत्र के जरिये एेसे विषयों से जुड़ी जानकारी की पड़ताल करता है. अगर कहीं गड़बड़ी होती है, तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जाती है.
– डॉ रणजीत कुमार सिंह, प्रतिकुलपति, कोल्हान विवि
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