जमशेदपुर: बिष्टुपुर रामनवमी झंडा जुलूस कड़ी सुरक्षा में शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हुआ. यहां एक दर्जन अखाड़ा जुलूसों में लाठी, तलवार बाजी सहित आतिशबाजी और खतरनाक करतब बाजी देखने को मिली. अंत में मेन रोड व ब्रांच रोड से अखाड़ा कमेटी बिष्टुपुर बेलीबोधन वाला विसजर्न घाट पर झंडा शांत किया.
बिष्टुपुर बेलीबोधन वाला विसजर्न घाट में हनुमान प्राचीन अखाड़ा ने सबसे पहले विर्सजन किया. बिष्टुपुर बेलीवोधान वाला घाट पर सबसे पहले शाम पांच बजे श्री श्री हनुमान प्राचीन अखाड़ा न्यू रानीकुदर का सबसे पहले विसजर्न किया गया. अखाड़ा कमेटी के लोगों ने सादगी से बोधनवाला विसजर्न घाट पर पहुंचकर झंडा शांत किया.
बिष्टुपुर राममंदिर में शाम से लेकर रात तक झंडा वाले पहुंचे रहे, मंदिर प्रांगण में झंडा का विशेष पूजा अर्चना की. रामनवमी दशमी के झंडा जुलूस में बिष्टुपुर से लाइसेंस रूट के मुताबिक गुजरने वाले हनुमान अखाड़ा कमेटियों में बिष्टुपुर के अलावा जुगसलाई, बागबेड़ा, परसुडीह, सुंदरनगर, कैरेज के झंडा जुलूस वाले रात तक बिष्टुपुर राममंदिर में पहुंचकर पूजा अर्चना की.
सामाजिक संस्थाओं ने शिविर लगाया. रामनवमी झंडा जुलूस में अखाड़ा वालों के अलावा आम लोगों की सेवा के लिए बिष्टुपुर राम मंदिर ब्वायज क्लब, गुजराती समाज, कानू समाज, रजक समाज के अलावा समाज सेवियों ने चना, गुड़, शरबत, पकौड़ी, तरबूज बांटने के लिए शिविर लगाया था. जबकि फस्र्ट एड के लिए रेड क्रॉस सोसाइटी समेत अन्य ने मेडिकल कैंप भी लगाया था.