जमशेदपुर: एक्सएलआरआइ में शनिवार को एक्जिक्यूटिव डिप्लोमा कोर्स का दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. इसमें सेटेलाइट प्रोग्राम के जरिये पढ़ाई कर डिग्री हासिल करने वाले 606 विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट दिया गया. इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि एक्जिक्यूटिव डिप्लोमा करने वाले लोग पहले से काम कर रहे हैं.
उन्होंने काम के दौरान कोर्स के माध्यम से सीखने की हिम्मत दिखायी है, तो उनसे लोगों को सीखने की जरूरत है. श्री नरेंद्रन ने कहा कि आम तौर पर लोग जब प्रोफेशनल लाइफ में होते हैं, तो वर्क लोड या फिर नौकरी में स्थिरता की वजह से वे कुछ सीखना नहीं चाहते हैं. कभी उम्र तो कभी काम कारण बनता है, लेकिन यह गलत है.
उन्होंने कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती है. इनसान को हर दिन कुछ ना कुछ अनवरत रूप से सीखते रहना चाहिए. उन्होंने एक अहम बात कही कि जीवन में कुछ भी योजनाबद्ध तरीके से नहीं चलता है. जीवन में 10 फीसदी चीजें ऐसी होती हैं जिसे आप चाहते हैं, लेकिन 90 फीसदी चीजें बगैर आपके चाहे जीवन में घटित हो जाती है. इससे पूर्व एक्सएलआरआइ के डायरेक्टर फादर इ अब्राहिम ने एक्सएलआरआइ की भावी योजनाओं के बारे में बताया.