सिविल सर्जन डॉ केसी मुंडा ने कहा कि जिले में 118 डॉक्टर की आवश्यकता है अौर वर्तमान में 57 डॉक्टर कार्यरत हैं ऐसी स्थिति में डॉक्टरों की उपस्थिति की समस्या हो रही है. इसके संबंध में सरकार से पत्राचार किया गया है अौर बहाली प्रक्रिया शुरू की गयी है. सिविल सर्जन ने एंटी लार्वा, ब्लीचिंग पावडर छिड़काव का भरोसा दिया. सदस्यों ने बिजली, पानी की समस्या को रखा. साथ ही क्षेत्र में जर्जर स्कूलों के भवन निर्माण, स्कूलों की बांउड्री निर्माण के मुद्दे को भी रखा.
बैठक में जिला परिषद को मिले साढ़े पांच करोड़ के फंड के संबंध में गाइड लाइन के अनुसार योजना के चयन पर भी चर्चा हुई अौर सदस्यों को योजना चयन करने कहा गया. बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष बुलू रानी सिंह, उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह, विधायक कुणाल षाड़ंगी, डीडीसी सूरज कुमार, एनइपी निदेशक रंजना मिश्रा, सिविल सर्जन डॉ केसी मुंडा, पेयजल कार्यपालक अभियंता आदि मौजूद थे.