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टाटा मोटर्स: एमअोपी के साथ तीन साल के लिए हुआ समझौता, अब प्रदर्शन के आधार पर होगी कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी
जमशेदपुर: टाटा मोटर्स कर्मचारियों के लंबित ग्रेड रिवीजन पर सोमवार को प्रबंधन और यूनियन के बीच समझौता हो गया. ग्रेड रिवीजन समझौते के अनुसार कर्मचारियों को न्यूनतम 12557 और अधिकतम 16663 रुपये (एमओपी व सभी भत्तों को जोड़कर) का लाभ मिलेगा. समझौता एक अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2019 (तीन वर्ष) के लिए किया गया. […]
जमशेदपुर: टाटा मोटर्स कर्मचारियों के लंबित ग्रेड रिवीजन पर सोमवार को प्रबंधन और यूनियन के बीच समझौता हो गया. ग्रेड रिवीजन समझौते के अनुसार कर्मचारियों को न्यूनतम 12557 और अधिकतम 16663 रुपये (एमओपी व सभी भत्तों को जोड़कर) का लाभ मिलेगा. समझौता एक अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2019 (तीन वर्ष) के लिए किया गया.
ग्रेड रिवीजन समझौते को सुनने व जानने के लिए टीएमएल एंड ड्राइव लाइंस वर्कर्स यूनियन में कर्मचारियों का जुटना शाम से शुरू हो गया था. देर रात तक वे यूनियन ऑफिस में जुटे रहे. घोषणा के बाद कर्मी वापस गये. इससे पूर्व अबीर गुलाल लगा कर्मियों ने ग्रेड समझौता होने पर खुशी का इजहार किया.
एक भी स्थायीकरण नहीं : पहली बार ग्रेड समझौते में टाटा मोटर्स के एक भी बाइ सिक्स कर्मियों के स्थायीकरण पर समझौता नहीं हुआ. पूर्व में प्रबंधन और यूनियन के बीच ग्रेड, बोनस समझौता में बाइ सिक्स कर्मियों का स्थायीकरण होता आया है. पिछली बार ग्रेड रिवीजन में 250 बाइ सिक्स कर्मी स्थायी हुए थे. इस बार स्थायीकरण नहीं होने से बाइ सिक्स कर्मियों में नाराजगी दिखी. हालांकि अध्यक्ष, महामंत्री ने बोनस के समय स्थायीकरण का आश्वासन की बात कही है.
बाइ सिक्स कर्मियों का वेतन दो हजार बढ़ा
टाटा मोटर्स में कार्यरत बाइ-सिक्स कर्मियों के वेतन में 2 हजार रुपये का इजाफा हुआ है. इसका लाभ टाटा मोटर्स व टीएमएल ड्राइव लाइन कंपनी में लगभग 5100 बाइ-सिक्स कर्मचारियों को मिलेगा.
अगस्त के वेतन में मिलेगी एरियर की राशि
बकाया एरियर की राशि कर्मियों को एक सप्ताह के अंदर मिलेगी. कर्मचारियों के व्यक्तिगत खाते में बेसिक, डीए, छुट्टी के मुताबिक संशोधन किया जायेगा. उसके बाद राशि कर्मचारियों के बैंक खाते में भेजी जायेगी.
पहली बार लागू हुआ एमओपी : पहली बार टाटा मोटर्स मदर प्लांट के कर्मचारियों के वेतन को मेजर ऑफ परफॉरमेंस (एमओपी) के दायरे में लाया गया है. वहीं कर्मचारियों को ग्रुप इंश्योरेंस का भी लाभ मिलेगा. इसके लिए इ-1 से प्लांट हेड स्तर के कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए लीव बैंक बनाया गया है. कंपनी में कार्यरत कर्मियों की काम के दौरान दुर्घटना में या सामान्य परिस्थितियों में भी मौत होने पर उनके परिवार को 60 लाख रुपये मिलेंगे.
पांच वर्ष में आश्रित पुत्र होंगे निबंधित
टाटा मोटर्स के कर्मचारी कार्य के पांच साल बाद ही अपने आश्रित पुत्र का रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे. पहले 10 साल नौकरी करने के बाद आश्रित का रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा थी.
दो बार ही होगी मेडिकल जांच
टाटा मोटर्स में अब कर्मचारियों को मेडिकल जांच दो बार ही होगी. पहला मेडिकल टेस्ट रजिस्ट्रेशन और दूसरा मेडिकल टेस्ट स्थायीकरण के दौरान होगा. पहले तीन बार मेडिकल टेस्ट होता था.
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