टाटा स्टील. मैनपावर कम करते हुए प्रोडक्टिविटी बढ़ाने पर पूरा जोर
Advertisement
2020 तक कम होंगे 5500 कर्मचारी
टाटा स्टील. मैनपावर कम करते हुए प्रोडक्टिविटी बढ़ाने पर पूरा जोर जमशेदपुर : टाटा स्टील में उत्पादन के साथ ही उत्पादकता को बढ़ाने पर जोर दिया गया है, जिसके तहत बड़े पैमाने पर कंपनी में कर्मचारियों की संख्या को कम किया जा रहा है. इसके तहत लक्ष्य है कि वित्तीय वर्ष 2020 तक करीब 5500 […]
जमशेदपुर : टाटा स्टील में उत्पादन के साथ ही उत्पादकता को बढ़ाने पर जोर दिया गया है, जिसके तहत बड़े पैमाने पर कंपनी में कर्मचारियों की संख्या को कम किया जा रहा है. इसके तहत लक्ष्य है कि वित्तीय वर्ष 2020 तक करीब 5500 कर्मचारियों की संख्या को कम करना है.
कंपनी में वर्तमान में करीब 15 हजार कर्मचारियों की संख्या है, जिसकी संख्या को कम कर 9500 करना है. इस लक्ष्य के तहत प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इसी के तहत मैनपावर को हर विभाग में कम किया जा रहा है. बताया जाता है कि मैनपावर को कम करने के ही प्रक्रिया के तहत सारे विभागों का स्टैंडर्ड फोर्स (विभागों में तय मैनपावर) की संख्या को ही घटा दिया जा रहा है.
कंपनी चाहती है कि इसके तहत वेज कॉस्ट को भी कम कर दिया जाये और मैनपावर को घटाते हुए उनके वर्कलोड को भी बढ़ाया जाये. यही वजह है कि वर्तमान के 802 टन क्रूड स्टील प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष की उत्पादकता को बढ़ाकर 1200 तक पहले करना है, जबकि बाद में इसको 1500 प्रति वर्ष तक करना है.
वित्तीय वर्ष 2012-2013 में कंपनी के कर्मचारियों की उत्पादकता 136 टन क्रूड स्टील प्रति व्यक्ति प्रतिवर्ष तक थी, जिसको बढ़ाते हुए सिर्फ 2016-2017 में 802 टन क्रूड स्टील का उत्पादन प्रति व्यक्ति प्रतिवर्ष कर रही है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिर्फ पांच साल में कंपनी ने कितनी उत्पादकता बढ़ायी है और 1500 टन क्रूड स्टील का उत्पादन प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष तक कैसे कर सकते हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement