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टाटा वर्कर्स यूनियन : सिक्यूरिटी में मैनपावर कटौती प्रस्ताव को नकारा
जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन ने सिक्यूरिटी विभाग में मैन पावर कटौती प्रस्ताव को नकार दिया है. वर्तमान में सिक्यूरिटी में 573 कर्मचारी कार्यरत हैं. प्रबंधन ने इसे कम कर 180 करने का प्रस्ताव दिया था. जिससे सिक्यूरिटी विभाग के दो तिहाई यानी लगभग 393 जवान सरप्लस हो जायेंगे. प्रबंधन के इस प्रस्ताव को लेकर […]
जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन ने सिक्यूरिटी विभाग में मैन पावर कटौती प्रस्ताव को नकार दिया है. वर्तमान में सिक्यूरिटी में 573 कर्मचारी कार्यरत हैं. प्रबंधन ने इसे कम कर 180 करने का प्रस्ताव दिया था. जिससे सिक्यूरिटी विभाग के दो तिहाई यानी लगभग 393 जवान सरप्लस हो जायेंगे. प्रबंधन के इस प्रस्ताव को लेकर बुधवार को माइकल जॉन सभागार में बैठक हुई.
मैन पावर को लेकर पहली बार बैठक
पहली बार टाटा वर्कर्स यूनियन में किसी विभाग में मैन पावर को लेकर बैठक आयोजित की गयी. बैठक में अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी, महासचिव बीके डिंडा, सिक्यूरिटी विभाग के प्रभारी ऑफिस बियरर यूनियन के उपाध्यक्ष शिवेश वर्मा, सहायक सचिव कमलेश सिंह, सिक्यूरिटी विभाग के छह कमेटी मेंबर सहित ढ़ाई सौ से ज्यादा सिक्यूरिटी विभाग के कर्मचारियों ने हिस्सा लिया.
सर्वसम्मति से यूनियन ने प्रस्ताव को नकारा
बैठक में सिक्यूरिटी कर्मचारियों के सुझाव और तर्क के बाद सर्वसम्मति से प्रबंधन के मैन पावर कटौती प्रस्ताव को टाटा वर्कर्स यूनियन ने नकार दिया और प्रस्ताव को वापस करने पर सहमति बनी. क्योंकि ऐसे प्रस्ताव पर प्रबंधन और यूनियन के बातचीत कर सहमति बनना आसान नहीं होने की बात कई वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहीं. वक्ताओं ने प्रबधंन के प्रस्ताव को व्यवहारिक नहीं माना. बैठक में सिक्यूरिटी विभाग के कमेटी मेंबर अशोक कुमार दुबे, चंदन घोष, गोपाल कृष्णा, संतोष कुमार सिंह, श्रीकृष्ण पांडेय, टीएन ठाकुर मौजूद थे.
स्टैंडर्ड फोर्स से इतने कम प्रस्ताव पर बात संभव नहीं है. जिस प्रस्ताव पर बातचीत नहीं हो सकती है. वह लागू नहीं हो सकता है. यूनियन नेतृत्व सभी की सलाह से इसे प्रबंधन को वापस भेजेगा.
– आर. रवि प्रसाद, अध्यक्ष
स्थायी सिक्यूरिटी के जवानों के दो-तीन पीढ़ी ने कंपनी को सेवा दी. सिक्यूरिटी कर्मी काम के प्रति न तो लापरवाह है और न ही कर्त्तव्यहीन. इसलिए यूनियन प्रबंधन के प्रस्ताव पर बात नहीं करे.
बीके डिंडा, महामंत्री
प्रस्ताव वापस होगा
ज्वाइंट कंसल्टेशन के तहत प्रबंधन से यूनियन बजट पर बात करेगी. प्राइवेट और स्थायी सिक्यूरिटी पर कितना खर्च किया जा रहा है.
संजीव चौधरी उर्फ टुन्नू, डिप्टी प्रेसिडेंट
प्रबंधन ने जो संख्या का प्रस्ताव भेजा है उस पर बातचीत की कोई गुंजाइश नहीं है. प्रस्ताव को वापस कर देना चाहिये.
शिवेश वर्मा, उपाध्यक्ष
कंपनी ने इस तरह का प्रस्ताव इंट्रीगेटेड सिक्यूरिटी को ध्यान में रखकर भेजा है जबकि यह अभी धरातल पर ही नहीं है. प्रबंधन सिक्यूरिटी कर्मचारियों की लग्नशीलता और विश्वनीयता पर सवाल नहीं उठा सकता है.
– कमलेश, सहायक सचिव
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