22 हजार आवेदकों का लटका लाइसेंस
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डीटीओ कार्यालय में राइट टू सर्विस एक्ट का पालन नहीं
22 हजार आवेदकों का लटका लाइसेंस हजारीबाग : जिला परिवहन कार्यालय में आवेदकों को समय पर ड्राइविंग लाइसेंस नहीं मिल रहा है. लाइसेंस का रिन्युअल भी नहीं हो रहा है. वहीं व्यावसायिक वाहन चालकों का लाइसेंस हैवी नहीं हो रहा है. इससे आवेदक परेशान हैं. प्रतिदिन आवेदक डीटीओ कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. वहीं […]
हजारीबाग : जिला परिवहन कार्यालय में आवेदकों को समय पर ड्राइविंग लाइसेंस नहीं मिल रहा है. लाइसेंस का रिन्युअल भी नहीं हो रहा है. वहीं व्यावसायिक वाहन चालकों का लाइसेंस हैवी नहीं हो रहा है. इससे आवेदक परेशान हैं. प्रतिदिन आवेदक डीटीओ कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर एमवीआइ कार्यालय से व्यावसायिक वाहनों का फिटनेश नहीं मिल रहा है. इससे वाहन मालिकों की परेशानी बढ़ गयी है.
आवेदक परेशान : नवंबर 2016 के बाद का चार नंबर नया लाइसेंस पेपर का फीस नहीं कट रहा है. फीस नहीं कटने से अब-तक 5000 से अधिक आवेदकों का लर्निंग लाइसेंस फेल हो गया है. स्मार्ट में डाटा नहीं जाने के कारण 10 हजार नया लाइसेंस आवेदकों को नहीं मिला है. लाइसेंस नवीनीकरण नहीं होने से सात हजार से अधिक आवेदक परेशान हैं. काफी संख्या में व्यावसायिक वाहन चालक का हैवी लाइसेंस बनाने के लिए दिया गया आवेदन डीटीओ कार्यालय में धूल फांक रहा है. इस तरह तीन माह से 22 हजार आवेदकों को ड्राइविंग लाइसेंस नहीं मिला है.
15 दिन में देना है लर्निंग लाइसेंस: पूरे राज्य में राइट टू सर्विस एक्ट लागू है. आवेदकों के काम को कितने दिनों में पूरा करना है, इसकी समय सीमा निर्धारित है. इसके तहत 15 दिनों में लर्निंग लाइसेंस एवं 45 दिनों में नया लाइसेंस बना कर देना है. 15 दिनों में लाइसेंस का नवीनीकरण करना शामिल है. हजारीबाग डीटीओ कार्यालय में राइट टू सर्विस एक्ट का भी पालन नहीं किया जा रहा है.
समय पर फिटनेश पेपर नहीं : एमवीआइ कार्यालय से व्यावासायिक वाहनों को समय पर फिटनेश पेपर नहीं मिल रहा है. 500 से अधिक व्यवासायिक वाहनों का फिटनेश पेपर एमवीआइ कार्यालय में लंबित बताया जा रहा है. इसे लेकर वाहन मालिकों ने परिवहन सचिव से शिकायत की है.
वाहन फोर लागू होने से बढ़ी परेशानी : पूरे देश में सरकार ने परिवहन विभाग में वाहन टू की जगह वाहन फोर लागू किया है. कार्यालय कर्मियों ने बताया कि वाहन फोर लागू होने तथा सिस्टम को ठीक तरह से काम नहीं करने के कारण सभी तरह की परेशानी बढ़ गयी है. डीटीओ कार्यालय का सर्वर महीनों से रांची में है, लेकिन उसे ठीक करा कर लाया नहीं गया है. कार्यालय में झारनेट भी ठीक से काम नहीं कर रहा है.
राजस्व में गिरावट
डीटीओ कार्यालय में सभी तरह के फीस समय पर नहीं कटने के कारण राजस्व में कमी आयी है. डीटीओ कार्यालय को प्रतिदिन मिलनेवाली राजस्व सात लाख रुपये से घट कर दो लाख रुपये हो गया है.
राजस्व में कमी नहीं
प्रभारी डीटीओ मिथिलेश कुमार झा ने कहा कि नया सिस्टम लागू होने से कुछ परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि राजस्व में कोई कमीं नहीं हुई है. वित्तीय वर्ष 2016-17 में निर्धारित लक्ष्य का 75 प्रतिशत राजस्व की वसूली की गयी है.
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