हजारीबाग : सीपीआइ (एम) द्वारा इरोम चानू शर्मिला के संघर्ष का आदर्श पर पार्टी कार्यालय में विचार गोष्ठी हुई. गोष्ठी का आयोजन 105 वीं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर किया गया. अध्यक्षता किरण देवी एवं संचालन अंजु देवी ने किया. पार्टी के जिला सचिव गणोश कुमार सीटू ने कहा कि भारतीय महिलाओं को मणिपुर की सामाजिक कार्यकर्ता,पत्रकार और कवयित्री इरोम चानू शर्मिला से प्रेरणा लेनी चाहिए. जिनका आमरण अनशन 14 वें वर्ष में प्रवेश कर गया है.
वह भारत सरकार द्वारा मणिपुर में लागू सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम 1958 में संशोधन को लेकर चार नवंबर 2000 से आमरण अनशन पर बैठी है. लेकिन सरकार उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. मौके पर नगिया देवी, सीमा देवी, उर्मिला देवी, सूधन देवी,शांति देवी, चिंतामन भुइयां, सुरेश दास, मो अशरफ, अजीत वर्मा आदि ने भी अपने विचार रखे.
ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया. संगठन की प्रभारी निर्मला शर्मा ने कहा कि विश्व भर में महिलाओं के होनेवाले शोषण व दमन के खिलाफ महिलाओं को संकल्प लेने का यह दिन है. महिलाओं को समाज में अश्लिलता ,शराबखोरी एवं नशीले पदार्थ के सेवन से होनेवाले उन पर अत्याचार के लिए लड़ने की आवश्यकता है. कार्यक्रम में विंध्याचल देवी, पूजा कुमारी, सीमा सुमन सिंह, मोनिका मिश्र, कविलाश देवी, गीता देवी, कौशल्या देवी,नीलू, गुड़िया सहित कई महिलाएं शामिल थीं.