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घटना में जयंत सिन्हा की संलिप्तता: प्रदीप
हजारीबाग/बडकागांव. कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रदीप बलमुचु समेत को पंकरी गांव के पास प्रशासन ने आगे जाने से रोक दिया. उनके साथ धीरज साहू, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयशंकर पाठक, विजय यादव, जवाहरलाल सिन्हा, साजिद हुसैन, नागेंद्र गुप्ता, अंजय पासवान, विनोद सिंह, अवधेश सिंह, मो रेयाज अंसारी, संजय तिवारी, शशि मोहन सिंह, मानस सिन्हा, आबिद […]
हजारीबाग/बडकागांव. कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रदीप बलमुचु समेत को पंकरी गांव के पास प्रशासन ने आगे जाने से रोक दिया. उनके साथ धीरज साहू, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयशंकर पाठक, विजय यादव, जवाहरलाल सिन्हा, साजिद हुसैन, नागेंद्र गुप्ता, अंजय पासवान, विनोद सिंह, अवधेश सिंह, मो रेयाज अंसारी, संजय तिवारी, शशि मोहन सिंह, मानस सिन्हा, आबिद अंसारी आदि थे.
सभी चेपाखुर्द, डाडीकला व सिंदुवारी गांव जाकर पुलिस गोली से मरे मृतक के परिजनों से मिलना चाह रहे थे. प्रदीप बलमुचु ने कहा कि धारा 144 के तहत राज्यसभा सांसद को पीड़ित परिवार से मिलने से कैसे रोक सकते हैं. चार आदमी से ज्यादा, भाषण या सभा करना हो, तो आप रोकें. हम दो सांसद सिर्फ पीड़ित परिवार के पास जाना चाहते हैं, लेकिन प्रशासन ने सांसदों की एक बात नहीं सुनी और किसी को भी नहीं जाने दिया. बाद में प्रदीप बलमुचु ने हजारीबाग में जयशंकर पाठक के आवास पर पत्रकार सम्मेलन किया. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री सह सांसद जयंत सिन्हा की संलिप्तता घटना में है.
किसी मंत्री के क्षेत्र में तब, जब केंद्र और राज्य में उनके सरकार है, वहां जनता पर गोलीबारी हो, यह उनके इजाजत के बगैर नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि 15 दिनों से शांतिपूर्वक विधायक निर्मला देवी आंदोलन चला रही थीं. एक महिला विधायक को रात के अंधेरे में गिरफ्तार किया गया. उनके साथ किया गया सलूक निंदनीय है. उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी व 25-25 लाख का मुआवजा मिले.
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