हजारीबाग: देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की 133वीं जयंती इंदिरा गांधी मेमोरियल पब्लिक स्कूल मंडईकला में मनायी गयी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक दीपक वर्मा, विभावि के रजिस्ट्रार डॉ बंशीधर रूखेयार, विभागाध्यक्ष डॉ सजल मुखर्जी, प्रो प्रदीप कुमार प्रधान, डॉ डीके सहाय, डॉ पीके सिन्हा, अधिवक्ता सचिदानंद प्रसाद, आइजीएम पब्लिक स्कूल के निदेशक विपिन कुमार सिन्हा व डॉ आरएस अंबष्ठ ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. सीएमएस, नवजीवन एवं नवचेतना जागरण समिति की ओर से कार्यक्रम का आयोजन हुआ.
दीपक वर्मा ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक थे. उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में भूमिका निभायी थी. बंशीधर रूखेयार ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रपति होने के अतिरिक्त स्वाधीन भारत में केंद्रीय मंत्री भी थे. पूरे देश में अत्यंत लोकप्रिय होने के कारण राजेंद्र बाबू या देशरत्न कहा जाता था.
डॉ सजल मुखर्जी ने कहा कि राजेंद्र बाबू संस्कृत एवं फारसी के विद्वान थे. उनकी वेशभूषा बहुत सरल थी. उन्हें इलाहाबाद विश्वविद्यालय से डॉक्टर ऑफ लॉ की उपाधि से भी सम्मानित किया गया था. मंच संचालन संजय तिवारी व धन्यवाद ज्ञापन विपिन कुमार सिन्हा ने किया. मौके पर स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. मौके पर काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.