वैज्ञानिक बुद्धे ने कहा कि पारंपरिक ज्ञान से आधुनिक विज्ञान का जुड़ाव है. योग और आयुर्वेद विज्ञान से जुड़ा है. उन्होंने स्वदेशी विज्ञान पर चर्चा की. वैज्ञानिक जगदीशचंद्र बसु, कनाद से लेकर कलाम तक की जीवनी पर प्रकाश डाला. विशिष्ट अतिथि रज्जुद्दीन ने कहा कि बच्चों में आधुनिक सोच का विकास जरूरी है. बच्चे जितने मानसिक रूप से मजबूत होंगे, विज्ञान की प्रगति होगी. सीएसआइआर के वैज्ञानिक डॉ तेजबहादुर सिंह ने कहा कि दैनिक दिनचर्चा के साथ ही विज्ञान शुरू हो जाता है. ज्ञान बांटने से मिलता है. उन्होंने वैध व आधुनिक आयुर्वेद की जानकारी दी.
इसके अलावा वैज्ञानिक डॉ अशोक कुमार सिंह , जेके पांडेय ने भी अपनी बातें रखी. प्राचार्य एके प्रसाद ने विज्ञान संगोष्ठी के आयोजन के उद्देश्यों की जानकारी दी. इससे पूर्व विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया. प्रो बालिका विद्यालय इचाक की प्रधानाध्यापक उर्वशी कुमारी, प्राचार्य अशोक कुमार, नवोदय विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं व कई विद्यालयों के शिक्षक संगोष्ठी में शामिल हुए.