टंडवा: बीजी रेड्डी कंपनी से छंटनीग्रस्त मजदूरों ने रोजगार की मांग को लेकर मंगलवार को आम्रपाली परियोजना को अनिश्चितकाल के लिए बंद करा दिया. इससे परियोजना में डिस्पैच व खनन का काम बंद हो गया. आम्रपाली परियोजना में बीजी रेड्डी कंपनी काम कर रही थी. कंपनी द्वारा लगभग 350 लोगों को रोजगार पर रखा गया था. कंपनी का काम समाप्त होते रेड्डी कंपनी ने कर्मियों को दो चरण में काम से हटा दिया.
इसके बाद आम्रपाली में आउटसोर्सिंग के लिए अंबे व महालक्ष्मी कंपनी को अधिकृत किया गया. कार्य शुरू करने के बाद कंपनी ने प्रथम चरण में निकाले गये लगभग 200 मजदूरों को रोजगार दिया. रेड्डी कंपनी से दूसरे दौर में निकाले गये लगभग 150 मजदूरों को कंपनी रोजगार नहीं दे पायी. बताया गया कि बंदी से पूर्व सीसीएल जीएम एके ठाकुर के नेतृत्व में बेरोजगार मजदूरों की वार्ता अंबे व महालक्ष्मी कंपनी के अधिकारियों से करायी गया, जहां कंपनी ने कहा कि अप्रशिक्षित लोगों के लिए कंपनी के पास अब कोई जगह नहीं है. इसके बाद मजदूर अपने फैसले पर अड़ते हुए मंगलवार से कम बंद करवा दिया. मजदूरों ने रोजगार नहीं मिलने तक काम बंद रखने की घोषणा की है. मौके पर मजदूरों में लाल किशुन यादव, बसंत कुमार, संदीप सिंह, अनुज कुमार, राकेश कुमार, शोकिल राणा, जयप्रकाश चौधरी, विनोद मंडल, राजेंद्र प्रसाद उपस्थित थे.
कंपनी और प्रबंधन को नुकसान
इधर, कार्य बंद होने से अंबे, महालक्ष्मी कंपनी व प्रबंधन को प्रतिदिन लाखों का नुकसान उठाना पड़ेगा. एमपीएल कंपनी को प्रतिदिन लगभग 10 लाख का नुकसान होगा. अंबे कंपनी के सुमित चटर्जी ने बताया कि रेड्डी कंपनी की तरह हमारी कंपनी का कार्य जमीन उपलब्ध नहीं होने और बारिश के कारण जोर-शोर से नहीं हो रही है.