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बरही, चौपारण व डाडी के बीडीओ से मांगा जवाब
हजारीबाग : डीसी रविशंकर शुक्ल की अध्यक्षता में मंगलवार को विभिन्न विभागों के योजनाओं की समीक्षा सूचना भवन में हुई. अध्यक्षता करते हुए डीसी ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन की जिम्मेवारी है संबंधित अफसरों को दी गयी है. लक्ष्य प्राप्ति के लिए गुणवत्ता के साथ गंभीरतापूर्वक कार्यों का निबटारा करें, ताकि समय पर काम […]
हजारीबाग : डीसी रविशंकर शुक्ल की अध्यक्षता में मंगलवार को विभिन्न विभागों के योजनाओं की समीक्षा सूचना भवन में हुई. अध्यक्षता करते हुए डीसी ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन की जिम्मेवारी है संबंधित अफसरों को दी गयी है. लक्ष्य प्राप्ति के लिए गुणवत्ता के साथ गंभीरतापूर्वक कार्यों का निबटारा करें, ताकि समय पर काम पूरा हो सके.
बैठक में पशुपालन विभाग से संचालित बकरी, सूकर, गाय पालन योजनाओं में सखी मंडलों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया. इन योजनाओं में कम से कम 40 प्रतिशत योजनाएं सखी मंडलों को देने को कहा गया. वहीं सभी पंचायतों में सखी मंडलों को कैंटीन चलाने व बैंक लिंकेज उपलब्ध कराने से संबंधित प्रतिवेदन भेजने का निर्देश दिया गया.
वहीं सहकारिता विभाग के कार्यों की समीक्षा की गयी. डीसी ने लक्ष्य के अनुरूप उर्वरक दुकानों का निरीक्षण नहीं करने समेत योजनाओं में आवश्यकता के अनुरूप प्रगति नहीं पाये जाने पर जिला सहकारिता पदाधिकारी व सहायक निबंधक के वेतन पर रोक लगाने की चेतावनी दी.
नरेगा में पाया गया कि डीबीटी, जॉब कार्ड जांच, मजदूरी भुगतान, लंबित भुगतान, डोभा निर्माण में विभिन्न प्रखंडों की उपलब्धि असंतोषजनक है. डीसी ने जॉब कार्ड जांच के लिए पदमा, बरही व बरकट्ठा, मजदूरी भुगतान के लिए चौपारण व चुरचू, लंबित भुगतान के लिए कटकमदाग व चौपारण व डोभा निर्माण के लिए बरही, चौपारण व डाडी बीडीओ से स्पष्टीकरण मांगा है. मैट्रिक की परीक्षा में खराब प्रदर्शन करनेवाले विद्यालयों व संबंधित विद्यालयों के शिक्षकों की सूची बनाने, बायोमैट्रिक पद्धति से उपस्थित नहीं बनानेवाले विद्यालयों में बायोमैट्रिक सिस्टम लगाने का निर्देश दिया. इसके अलावा स्कूली बच्चों के बैंक खाता खोले जाने से संबंधित प्रतिवेदन जमा करने को कहा गया.
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