बसिया : प्रखंड के टकरमा गांव के शहीद लाल रमेश टोपनो (27) का शव मंगलवार रात इंडिगो एयर फलाइट से रांची पहुंचा. रात में प्रखंड प्रशासन बसिया की देखरेख में शहीद का शव रात 10 बजे टकरमा पहुंचाया गया. शहीद के शव पहुंचने के साथ ही पूरे क्षेत्र में मातम फैल गया. जवान का अंतिम संस्कार बुधवार को एसडीओ अमर कुमार की देखरेख में हुआ.
अंतिम संस्कार से पूर्व टकरमा चर्च के पल्ली पुरोहित जॉनसन आइंद ने इसाइ धर्मविधि के अनुसार आत्मा की शांति के लिए उनके परिजनों के साथ प्रार्थना की. इसके बाद गिरजाघर के समीप बने कब्रिस्तान में विधिपूर्वक दफन क्रिया संपन्न कराया. अपने बेटे के आकस्मिक मौत की सदमें में मां ललिता टोपनो की आंखो से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे. ज्ञात हो कि रमेश घटना से पूर्व 23 दिसंबर को क्रिसमस पर अपने घर आया था और 29 दिसंबर को पुन: काश्मीर काम करने लौट गया था. साथ ही उसने अपनी मां के कहने पर विवाह की इच्छा प्रकट की थी. वहीं जवान का विवाह फरवरी में होने वाला था.
घटना के संबंध में जम्मू काश्मीर से आये सहयोगी जवान साइया रायता ने बताया कि रमेश टोपनो सीमा सड़क संगठन के जीआरइएफ में टेकनेकिल ऑपरेटर के रूप में अनुबंध पर कार्यरत था. इसमें 57 आरसीसी कंपनी द्वारा बनाये जा रहे पथ निर्माण में काम करता था. नौ जनवरी को पाकस्तिानी आतंकियों ने गोली मार दी.
इसमें तीन अन्य साथी उतर प्रदेश के शहीद हुए. इस दौरान रायता ने शहीद के छोटे भाई अंजु व मां ललिता को 10 हजार व 57 आरसी कंपनी की ओर से 22 हजार 150 रुपये अंतिम संस्कार के लिए प्रदान किया. शेष राशि कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद मिलने की जानकारी दी. मौके पर सीओ संदीप अनुराग टोपनो, डीएसपी बच्चनदेव कुजूर, इंस्पेक्टर जेएस मुमरू, थानेदार अनिल नायक, सुनिता केरकेट्टा, पी लुगुन, कमला केरकेट्टा, अलिम खान, अमित बघवार सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.