बीडीओ ने जांच की, कहा : बच्चे काम नहीं कर रहे थे
लाभुक ने कहा : बच्चों को खड़ा कर नेता ने फोटो खीचा
राजेश ने कहा : बच्चों को डोभा खोदते मैंने पकड़ा है
पालकोट(गुमला) : पालकोट प्रखंड के जलडेगा में स्कूली बच्चों द्वारा डोभा खुदवाने के मामले में बुधवार को बीडीओ अमित बेसरा गांव पहुंच कर जांच की. योजना स्थल पहुंचे.काम की स्थिति को देखा. ग्रामीणों व काम करने वाले बच्चों से बात की. जांच के बाद बीडीओ ने कहा कि यहां बच्चों से डोभा निर्माण में काम नहीं कराया जा रहा था. मजदूर नेता राजेश सिंह ने बच्चों का फोटो खींच कर मीडिया तक पहुंचाया है. बच्चों से पूछताछ में पता चला है कि राजेश ने उन्हें खड़ा करके फोटो लिया है. बच्चों से काम कराने का आरोप गलत है.
डोभा खुदवा रहे लाभुक ओमप्रकाश लोहरा ने कहा कि मैं बच्चों से काम नहीं करा रहा था. कुछ नेता लोग गांव आये थे. उस समय गांव से बच्चों को ले गये और डोभा में खड़ा करके फोटो खिंचवाया. इधर, मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश सिंह ने फोन पर बताया कि मैं मंगलवार को गांव के दौरे पर गया था. तब वहां डोभा निर्माण में बच्चों को काम करते देखा. बच्चों से मैंने खुद बात की है. इस दौरान मैंने फोटोग्राफी करायी है.
मंगलवार को मैं इस मामले को लेकर डीसी से मिलने गया था. लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी तो मैं वापस सिमडेगा अपने घर आ गया. इसके बाद लगातार मुझे पालकोट प्रखंड से कुछ लोग फोन कर समाचार नहीं छपवाने का दबाव डाल रहे थे. दूसरे दिन भी मुझे फोन कर धमकी दी गयी. जबकि हकीकत यही है कि बच्चे डोभा निर्माण में लगे हुए थे.
प्रखंड के अधिकारी अपने बचाव में मुझ पर झूठा आरोप लगा रहे हैं मैंने बच्चों को खड़ा करके फोटो खिंचवाया है. इधर, गांव के लोगों ने भी कहा कि बच्चे काम नहीं कर रहे थे. लेकिन कुछ लोगों ने कहा कि बच्चों से काम कराया जा रहा था. वहीं पहले दिन मुखिया का बयान आया था कि मैंने बच्चों को काम करने से रोका था. इधर, बच्चों से काम करने का मामला संदेह के घेरे में आ गया है.