Advertisement
आदिम जनजाति के दो बच्चों की मौत
बिशुनपुर प्रखंड के रांगे तुसरूकोना गांव के आदिम जनजाति के लोग मलेरिया की चपेट में हैं. बिशुनपुर(गुमला) : बिशुनपुर प्रखंड के रांगे तुसरूकोना गांव में मलेरिया से आदिम जनजाति के दो बच्चों की मौत हो गयी. 80 से अधिक लोग अभी भी पीड़ित हैं. मलेरिया होने के बाद आदिम जनजाति के लोग झाड़ -फूंक करा […]
बिशुनपुर प्रखंड के रांगे तुसरूकोना गांव के आदिम जनजाति के लोग मलेरिया की चपेट में हैं.
बिशुनपुर(गुमला) : बिशुनपुर प्रखंड के रांगे तुसरूकोना गांव में मलेरिया से आदिम जनजाति के दो बच्चों की मौत हो गयी. 80 से अधिक लोग अभी भी पीड़ित हैं. मलेरिया होने के बाद आदिम जनजाति के लोग झाड़ -फूंक करा रहे थे. दो बच्चों की मौत की खबर जैसे ही स्वास्थ्य विभाग को मिली, गुरुवार को स्वास्थ्य टीम गांव पहुंची. टीम गांव में कैंप कर रही है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में दो महीने से मलेरिया का प्रकोप है. सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हैं.
ग्रामीणों के अनुसार, बीमारी की सूचना स्वास्थ्य विभाग को पहले ही दी गयी थी, लेकिन बिशुनपुर से दूर होने के कारण स्वास्थ्य टीम गांव नहीं गयी. तेज बुखार होने के बाद सभी लोग झाड़ -फूंक कराने लगे. दो बच्चों की मौत की सूचना पर प्रभात खबर के प्रतिनिधि जब गांव गये, तो ग्रामीणों ने कहा कि बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य टीम गांव आयी है. अगर पहले इलाज की व्यवस्था होती, तो बच्चों की जान बच सकती थी.
दोनों को तेज बुखार था : सिकंदर बिरिजिया (7 वर्ष) व उसकी दो माह की बहन की मलेरिया से मौत हुई है. परिजनों ने बताया कि मंगलवार को अचानक दोनों भाई -बहन को तेज बुखार हुआ. पहले गांव के झोला छाप डॉक्टर से इलाज कराया गया. ठीक नहीं होने पर झाड़ -फूंक कराया गया, लेकिन दोनों की मौत हो गयी.
सूचना के बाद भी नहीं की पहल
पंचायत समिति सदस्य पवन उरांव ने बताया कि तुसरु कोना गांव में बीमारी फैलने की जानकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिशुनपुर एवं प्रखंड कार्यालय को पहले ही दी गयी थी. परंतु अब तक चिकित्सकों की टीम गांव नहीं आयी है. इसके कारण यहां दो बच्चों की मौत हो गयी. इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रखंड कल्याण पदाधिकारी गणेश महतो गांव पहुंचे. यहां उन्होंने स्थिति से अवगत होने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बिशुनपुर से स्वास्थ्य टीम को गांव भेजने के लिए कहा. श्री महतो की पहल पर गांव में स्वास्थ्य टीम पहुंची.
80 लोगों में मलेरिया पॉजिटिव मिला
गुरुवार को स्वास्थ्य टीम ने सभी आदिम जनजातियों की जांच शुरू की. जांच में 80 लोग मलेरिया से ग्रसित मिले. सभी में पॉजिटिव पाया गया है. मलेरिया को नियंत्रण करने के लिए सभी को दवा दी गयी है.
नहीं हुआ मच्छरदानी का वितरण : मुखिया
पंचायत के मुखिया प्रशांत ने कहा कि गांव में बुनियादी सुविधा का अभाव है. गांव में सड़क, स्वच्छ पानी व बिजली की व्यवस्था नहीं है. प्रशासन से उन्होंने आदिम जनजातियों के संरक्षण के लिए विशेष रूप से पहल करने का आग्रह किया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement