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बंद से 245 विद्यार्थी नहीं लिख सके परीक्षा

माओवादी बंद के कारण िजले के 245 िवद्यार्थी मैिट्रक की परीक्षा देने से वंिचत रह गये. दो करोड़ का व्यवसाय ठप रहा. 160 बस, 500 पिकअप वैन, सवारी व 600 से अधिक बॉक्साइड ट्रकें नहीं चले. छोटी -बड़ी दुकानें बंद रहीं. चैनपुर(गुमला) : भाकपा माओवादी बंद के कारण मंगलवार को गुमला जिले में 245 छात्र […]

माओवादी बंद के कारण िजले के 245 िवद्यार्थी मैिट्रक की परीक्षा देने से वंिचत रह गये. दो करोड़ का व्यवसाय ठप रहा. 160 बस, 500 पिकअप वैन, सवारी व 600 से अधिक बॉक्साइड ट्रकें नहीं चले. छोटी -बड़ी दुकानें बंद रहीं.
चैनपुर(गुमला) : भाकपा माओवादी बंद के कारण मंगलवार को गुमला जिले में 245 छात्र मैट्रिक की परीक्षा नहीं लिख सके. गाड़ी नहीं चलने के कारण कई छात्र परीक्षा सेंटर नहीं पहुंच सके. वहीं, कई छात्र देर से पहुंचे. इसके कारण उन्हें परीक्षा लिखने से वंचित रखा गया. डीइओ नीरू पुष्पा टोप्पो के अनुसार, परीक्षा में 15 हजार 488 छात्रों को भाग लेना था. लेकिन इसमें 15 हजार 243 छात्र ही परीक्षा में भाग ले सके. 245 छात्र परीक्षा केंद्र से अनुपस्थित रहे.
चैनपुर प्रखंड के लुथेरान उच्च विद्यालय की केंद्राधीक्षक सह एचएम खुशमारेन मिंज ने मैट्रिक के नौ परीक्षार्थियों को मंगलवार को परीक्षा नहीं लिखने दी. ये छात्र बंद के कारण आधा घंटा देर से परीक्षा सेंटर पहुंचे थे.
परीक्षार्थियों ने केंद्राधीक्षक से परीक्षा लिखने देने की विनती की. लेकिन उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने नहीं दिया गया. यहां तक कि जिले के कई वरीय अधिकारियों ने केंद्राधीक्षक से सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा लिखने देने का निर्देश दिया. सभी परीक्षार्थी अपने अपने घर लौट गये.
परीक्षार्थियों में टोंगो स्कूल के गुलशन कुमार बरवा, मिलयानुस तिर्की, अमर गोप, जोसफा मिंज, शिवबालक उरांव, बासुदेव उरांव, बैतुलम बेक, रोमिल लकड़ा व संत अन्ना बालिका स्कूल की छात्ना सीमा कुमारी है. छात्रों ने कहा कि माओवादी बंद के कारण परीक्षा सेंटर पहुंचने में 20 मिनट देर हो गया. इस कारण हमें परीक्षा लिखने से वंचित कर हमारा भविष्य बरबाद कर दिया गया. जबकि दूसरे सेंटर के छात्रों को देर से पहुंचने के बाद भी परीक्षा लिखने दिया गया.
गुमला. गुमला जिले में मंगलवार को भाकपा माओवादी बंद असरदार रहा. दो करोड़ रुपये का व्यवसाय प्रभावित हुआ.
गुमला से 160 बसें नहीं चलीं. 500 सवारी व पिकअप गाड़ी बंद रही. बिशुनपुर व घाघरा इलाके में छह सौ से अधिक बॉक्साइड ट्रकें नहीं चले. छोटी -बड़ी दुकानें बंद रहीं. बंद का खासा प्रभाव बिशुनपुर, घाघरा, चैनपुर, डुमरी, जारी, रायडीह, पालकोट, बसिया व कामडारा इलाके में देखने को मिला. ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का दिन दहशत में गुजरा.
हालांकि बंद के दौरान कहीं से अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. ऐसे चैनपुर व बिशुनपुर इलाके में माओवादियों के जमावड़ा व बैठक करने की सूचना मिलती रही. माओवादी गतिविधि को देखते हुए थाना की पुलिस ग्रामीण इलाकों में गश्ती करने नहीं पहुंची. माओवादी बंद से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है. ग्रामीण क्षेत्र के लोग डर से गांव से नहीं निकले.
एसडीओ की बात को नहीं माना
संत पीटर उच्च विद्यालय, टोंगो के एचएम फादर फिलमोन ने लुथेरान स्कूल की एचएम से अनुरोध किया कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए परीक्षा लिखने दें. एसडीओ जयप्रकाश झा से दूरभाष पर संपर्क कर इस बाबत जानकारी दी गयी. एसडीओ की बात को भी एचएम टाल गयी. सांसद प्रतिनिधि नीरज शर्मा व पूर्व उपप्रमुख अनुप संजय टोप्पो ने भी स्कूल पहुंच कर परीक्षा लिखने देने की अनुमति देने के लिए कहा. फिर भी बात नहीं बनी.
एचएम से मांगा स्पष्टीकरण : डीइओ नीरू पुष्पा टोप्पो ने कहा कि लुथेरान स्कूल की एचएम ने छात्रों के देर से आने के कारण परीक्षा लिखने नहीं दिया. जबकि आज माओवादी बंद को देखते हुए छात्रों को एक घंटा रियायत देना था. मैंने एचएम को फोन लगाया था. पर स्विच ऑफ बताया. मैंने एचएम से स्पष्टीकरण मांगा है. उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.

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