Advertisement
नक्सली कमांडर दिलबर की पत्नी का है संकल्प, बेटे को नहीं बनने दूंगी नक्सली
मंजु देवी ने कहा अगर मेरा पति सरेंडर नहीं करता, तो वह भी सिलवेस्टर की तरह मारा जाता गुमला : माओवादी सबजोनल कमांडर दिलबर नायक की पत्नी मंजु देवी ने कहा कि वह अपने बेटे को नक्सली बनने नहीं देगी. वह बेटे के साथ अपनी बेटी को पढ़ायेगी. इसके लिए चाहे उसे मजदूरी क्यों न […]
मंजु देवी ने कहा
अगर मेरा पति सरेंडर नहीं करता, तो वह भी सिलवेस्टर की तरह मारा जाता
गुमला : माओवादी सबजोनल कमांडर दिलबर नायक की पत्नी मंजु देवी ने कहा कि वह अपने बेटे को नक्सली बनने नहीं देगी. वह बेटे के साथ अपनी बेटी को पढ़ायेगी. इसके लिए चाहे उसे मजदूरी क्यों न करनी पड़े. वह मेहनत की कमाई से अपने बच्चों को पढ़ायेगी.
मंजु शनिवार को अपने पति के पकड़े जाने के बाद प्रभात खबर से बात कर रही थी. कहा कि वह कभी नहीं चाहती थी कि दिलबर माओवादी में रहे. लेकिन हालात ऐसे थे कि वह कुछ चाह कर भी नहीं कर सकी.
रात को जब पुलिस ने घेराबंदी की तो सिलवेस्टर के साथ दिलबर भी भागने का प्रयास कर रहा था. लेकिन मैंने उसे पकड़ लिया और सरेंडर करवाया. जिससे दिलबर की जान बच गयी. नहीं तो मुठभेड़ में वह भी सिलवेस्टर की तरह मारा जाता.
दहेज के लिए पैसे नहीं थे अंतरजातीय विवाह की
नक्सली के साथ शादी करने की बात पूछने पर भावुक हुई मंजु देवी महतो ने कहा कि उसकी दो बड़ी बहन अजीता व शांति ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. क्योंकि जब उनकी शादी की बात हुई, तो दहेज की मांग की गयी. मेरे पिता के पास दहेज देने के लिए पैसे नहीं थे. इसलिए दोनों मर गयीं.
इसी दौरान दिलबर अपने दस्ते के साथ पुटरूंगी इलाका में जाता था. मंजु ने कहा कि बहनों के मरने के बाद उसने दिलबर से अंतरजातीय विवाह किया. क्योंकि दिलबर से शादी करने से उसके पिता को दहेज नहीं देना पड़ा. मंजु ने कहा कि दिलबर पहले से शादीशुदा था, लेकिन पहली पत्नी को उसने छोड़ दिया था.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement