गुमला. जिला ग्रामीण स्वास्थ्य समिति द्वारा सहियाओं को घरों में जाकर नवजात शिशुओं की देखभाल विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण रौनियार धर्मशाला में बुधवार से शुरू हुआ. उदघाटन जिला कार्यक्रम समन्वयक जेवियर एक्का ने दीप जला कर किया. सहियाओं द्वारा समय से गृह भ्रमण करने से मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी आयेगी.
इसके लिए सहियाओं को सभी अनिवार्य कौशल में दक्ष किया जा रहा है. अनिवार्य कौशल मे दक्ष होने से सहिया मां व नवजात की गंभीर समस्या की पहचान शीघ्र कर रेफर या उपचार कर जान की सुरक्षा कर सकती है. एसटीटी रमाकांत सिंह ने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य की सेवा पहुंचाना सहिया का उद्देश्य होता है.
गृह भ्रमण के लिए सहियाओं को 250 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है. मौके पर आरती श्रीवास्तव, डीआरपी सीमा देवी, बबीता देवी, सुशांतिधारी किंडो, शांता टोप्पो, उर्मिला देवी, जीवंती कुमार, मो रिजवान, अंजना साहू, जसिंता टोपनो सहित पालकोट, घाघरा, बिशुनपुर, रायडीह व सदर प्रखंड की सहियाओं ने अपनी सहभागिता दी.