गुमला : जिले के 12 प्रखंडों के एक–एक पंचायत को पायलट ग्राम पंचायत के रुप में विकसित किया जायेगा. इसके लिए कवायद शुरू हो गयी है. इसके लिए चार साल की योजना बनानी है, जिसके तहत हर प्रखंड के एक पंचायत को शामिल किया जायेगा. प्रति वर्ष हर पंचायत को एक करोड़ रुपये की योजना बनानी है.
इसके तहत वर्षा का जल, जमीन के पानी को संरक्षण, भंडारण एवं उपयोग करना है. साथ ही इस पायलट ग्राम के तहत कृषि , बागबानी, पेयजल, शौचालय व उत्तम कोटी की योजना का निर्माण करना है. इस पायलट ग्राम पंचायत की योजना को 30 जुलाई तक ग्राम सभा से पारित करा कर मनरेगा आयुक्त के पास भेजना है.
इस पूरे कार्यक्रम की तकनीकी देख रेख विकास भारती बिशुनपुर करेगी. बीडीओ को पंचायत का नक्शा उपलब्ध कराना है. गुमला जिले के जिन पंचायतों का चयन इस योजना के तहत किया गया है वे इस प्रकार है.
गुमला प्रखंड के बसुआ, रायडीह का परसा, चैनपुर का मालम, डुमरी के खेतली, जारी का सीसी करमटोली, घाघरा का शिवराज पुर, विशुनपुर के हेलता, सिसई का बरगांव (दक्षिणी), भरनो का तुरियंबा, बसिया का कलिगा, कामडारा का सुरहू व पालकोट का कुलूकेरा शामिल है. इन सभी पंचायतों का परिवार सर्वेक्षण भी किया जाना है.