गुमला: नया साल गुमला जिले के लिए एक नयी उम्मीद की किरण साबित होगी. जो काम वर्ष 2014 में नहीं हो सका है. अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा था, तो 2015 में विकास के कई काम जिले में नजर आयेंगे. प्रशासन विकास के काम करने के लिए तैयार है. योजना भी तैयार है. प्रशासन के पास पैसा भी है. संभवत: अधूरा बाइपास सड़क पूरा हो सकता है.
क्योंकि भूमि अधिग्रहण का काम अब पूरा होने की स्थिति में है. मार्च माह के बाद से सड़क पर हाथ लग सकता है. आइएपी योजना जो अब एसीए हो गया है. 2014 में आइएपी के 100 से अधिक योजना अधूरी रह गयी. यह सभी काम नक्सल इलाकोें में हो रहा है. प्रशासन ने 2015 में इन अधूरे योजनाओं को पूरा करने की रणनीति बनायी है. शहर की आधी आबादी 2014 में भी सप्लाई पानी से वंचित रह गयी. लेकिन 2015 में यह समस्या दूर हो जायेगी.
जारी प्रखंड जो अभी तक भाड़े के मकान में चल रहा है. साथ ही अधिकारियों की कमी का दंश झेल रहा है. नये साल में नया ब्लॉक भवन बन जायेगा. अधिकारियों की भी कमी दूर होगी. भरनो थाना जो अभी भी जर्जर व भाड़े के मकान में चल रहा है. यहां पुलिस पदाधिकारियों को काम करने में परेशानी होती है. नये साल में यह समस्या नहीं रहेगी. नक्सलियों के भय से रायडीह प्रखंड के शंख नदी में पुल अधूरा है. उम्मीद है कि नये साल में यह पुल पूरा हो जायेगा. क्योंकि प्रशासन इसे बनवाने मेें लगा हुआ है. पुल का 20 प्रतिशत काम बचा हुआ है.