प्रतिनिधि, गुमला विजय दिवस के अवसर पर बुधवार को कचहरी परिसर में भूतपूर्व सैनिक परिषद ने समारोह का आयोजन किया. पूर्व सूबेदार सहदेव महतो व अन्य अतिथियों ने देश के वीर शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान पूर्व सैनिक व शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया. श्री सहदेव ने कहा कि भारतीय सैनिकों के पास सीमित संसाधनों में सरहद की रक्षा करने का जज्बा शुरू से रहा है. समय के साथ आज सेना के सभी विभाग मजबूत है.
गलत करनेवाले फौजी देश की लड़ाई में कभी नहीं जीत सकते हैं. हमारे जवानों में अनुशासन व देशभक्ति का जज्बा है. इसलिए हम किसी भी जंंग में दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने में सफल होते हंै. भारतीय इतिहास में गौरव का दिन है. इसी दिन पाकिस्तान के 90 हजार सैनिकों ने हमारे देश के जवानों के समक्ष घुटना टेक दिया था.
उन्होंने बच्चों को अनुशासन में रह कर बेहतर नागरिक बनने की बात कही. सेना के कई सेवानिवृत्त सूबेदारों ने अपने जीवन में बॉर्डर पर हुए संघर्ष के बारे में जानकारी देकर संघर्ष प्रिय व अनुशासन के साथ आगे बढ़ने की अपील की. मौके पर बुधवा उरांव, रंथु उरंाव, तिमोशी बेक, अमृता तिर्की, ज्योत्सना कुजूर, मोहन दास, जीवन बेक, सुकर बड़ाइक, शोभा देवी, जयमंती बेक आदि मौजूद थे.