Advertisement
दुर्गा पूजा में किसी का डेढ़ तो किसी का चार लाख का बजट
गुमला : श्रीदुर्गा पूजा व दशहरा पर्व को लेकर गुमला का माहौल भक्तिमय हो गया है. शहर की सभी पूजा समितियां सुंदर पंडाल व सजावट करने में लगी है. किसी पूजा समिति का डेढ़ लाख व किसी का चार लाख रुपये का बजट है. हालांकि महंगाई का असर पूजा-पाठ पर भी पड़ रहा है. लेकिन […]
गुमला : श्रीदुर्गा पूजा व दशहरा पर्व को लेकर गुमला का माहौल भक्तिमय हो गया है. शहर की सभी पूजा समितियां सुंदर पंडाल व सजावट करने में लगी है. किसी पूजा समिति का डेढ़ लाख व किसी का चार लाख रुपये का बजट है. हालांकि महंगाई का असर पूजा-पाठ पर भी पड़ रहा है. लेकिन मां दुर्गा के भक्त महंगाई की परवाह किये बिना पूजा की तैयारी में लगे हैं.
कुछ पूजा समितियों ने पूरी तैयारी कर ली है. जबकि कुछ समिति पंडाल बनाने में लगे हैं. तैयारी के संबंध में प्रभात खबर ने पूजा समिति के पदाधिकारियों से बात की. शहर के जशपुर रोड स्थित दुर्गा बाड़ी (बंगाली क्लब) का इतिहास 97 साल पुराना है. दुर्गा बाड़ी श्रीश्री सनातन दर्गा पूजा कमेटी के अध्यक्ष मिलन अधिकारी ने बताया कि आजादी से पूर्व सन् 1921 ईस्वी से यहां दुर्गा पूजा की जा रही है.
शुरुआती दौर में दो हजार रुपये में पूजा संपन्न हो जाता था. वर्तमान समय में पूजा में लगभग डेढ़ लाख रुपये लगता है. बड़ाईक मुहल्ला स्थित श्रीबड़ा दुर्गा मंदिर का इतिहास 87 साल पुराना है. पूजा समिति के अध्यक्ष निर्मल गोयल ने बताया कि 1931 ईस्वी से यहां दुर्गा पूजा की जा रही है. उस समय महज दो हजार रुपये में पूजा संपन्न हो जाती थी. वर्तमान में पूजा की लागत लगभग ढाई लाख रुपये है. दुर्गा पूजा पर यहां श्रीश्री चंडी पाठ व रामायण पाठ होता है.
सिसई रोड स्थित अरुणोदय संघ में वर्ष 1981 से दुर्गा पूजा हो रही है. समिति के सचिव रूपक कुमार साहू ने बताया कि शुरुआती दौर में पांच हजार रुपये में पूजा संपन्न हो जाती थी. अभी के समय में लगभग साढ़े तीन लाख रुपये खर्च बैठता है. इस बार अरुणोदय संघ प्राचीन मंदिर की आकृति बना रहा है. पालकोट रोड स्थित शक्ति संघ वर्ष 1982 से दुर्गा पूजा कर रही है. पूजा समिति के सचिव दीपक कुमार साहू ने बताया की शुरुआती दौर में पूजा 10 हजार रुपये में संपन्न हो जाता था.
वर्तमान में तीन लाख रुपये खर्च आता है. राम नगर स्थित श्री आदिशक्ति दुर्गा पूजा समिति में वर्ष 2003 से पूजा की जा रही है. समिति के उपाध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने बताया कि शुरुआत में पूजा करने में एक लाख रुपये का खर्च आता था. वर्तमान में डेढ़ से दो लाख रुपये तक खर्च करना पड़ता है. लोहरदगा रोड स्थित कुम्हार मोड़ पर वर्ष 2003 से मां भवानी संघ द्वारा पूजा की जा रही है. समिति के संरक्षक अनिल वर्मा ने बताया कि शुरू में पूजा 20 हजार रुपये में संपन्न हो जाता था.
वर्तमान में तीन लाख रुपये तक खर्च करना पड़ता है. दुंदुरिया स्थित विश्व भारती संघ में 1986 से पूजा की जा रही. समिति के सदस्य आकाश कुमार ने बताया कि पूजा में दो लाख रुपये खर्च पड़ता है. ज्योति संघ ने 1977 से पूजा कर रही है. समिति के संरक्षक बद्री कुमार गुलशन ने बताया कि शुरुआती दौर में एक हजार रुपये में पूजा संपन्न हो जाता था. अब के समय में पूजा में चार लाख रुपये का खर्च बैठता है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement