गुमला : सेना के सेवानिवृत्त जवान विनोद मिंज से बिजली विभाग के कनीय अभियंता वीरेंद्र उरांव द्वारा दो हजार रुपये रिश्वत लेने का मामला प्रकाश में आया है. इस संबंध में पीड़ित तेलगांव निवासी विनोद मिंज ने गुमला कोर्ट में परिवाद पत्र दायर किया है. कोर्ट में दर्ज केस में कहा गया है कि पीड़ित विनोद मिंज सेना से सेवानिवृत्त पेंशनधारी है. सेवानिवृत्त होने के बाद विनोद पुग्गू करमडीपा स्थित लाइन होटल खोल कर अपना व अपने परिवार का जीविका चलाता है.
विनोद अपनी पत्नी के नाम से सिसई रोड स्थित पुग्गू नदी टोली में जमीन खरीद कर मकान बनवा रहा था. निर्माण कार्य में अपने निजी जेनेरेटर का प्रयोग करता था. 19 जनवरी 2018 को करीब एक बजे कनीय अभियंता द्वारा विनोद को फोन किया गया. इसमें इंजीनियर कहने लगा कि बिना बिजली कनेक्शन के बिजली चोरी कर अपने मकान का निर्माण कार्य कर रहे है. इसके बाद जेइ वीरेंद्र उरांव ने विनोद को आकर मिलने को कहा. नहीं आने पर विनोद मिंज पर बिजली चोरी का केस करने की धमकी दी. इस पर विनोद ने कहा कि मैं अपने मकान के निर्माण कार्य के लिए अपना जेनेरेटर का प्रयोग कर रहा हूं.
इतना सुनने के बाद जेइ घटनास्थल पहुंच गाली-गलौज करने लगा. इस दौरान विनोद की पत्नी रूकमनी मिंज द्वारा मना करने पर उसे भी गाली-गलौज करने लगा. इसके बाद जेइ ने कहा कि कुछ खर्चा करोगे, तो छोड़ दूंगा. नहीं तो बिजली चोरी केस में फंसा दूंगा. इसके बाद जेइ ने पांच हजार रुपये रिश्वत मांगी. उस समय विनोद ने दो हजार रुपये जेइ को दे दिया. बाकी तीन हजार रुपये बाद में देने की बात हुई. इसके बाद जेइ द्वारा बाकी का पैसा की मांग किये जाने लगा. परंतु विनोद के पास पैसा का व्यवस्था नहीं होने पर जेइ ने बिजली चोरी की केस कर दी.