गुमला : गुमला जिले के दूरस्थ गांवों में नक्सलियों से लड़ने के लिए नये थाना व पुलिस पिकेट की स्थापना की गयी है. लेकिन इनमें कई थानों में पीने के पानी की सुविधा नहीं है न ही शौचालय की व्यवस्था है.
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पिकेटों में पानी व शौचालय नहीं, जवान परेशान
गुमला : गुमला जिले के दूरस्थ गांवों में नक्सलियों से लड़ने के लिए नये थाना व पुलिस पिकेट की स्थापना की गयी है. लेकिन इनमें कई थानों में पीने के पानी की सुविधा नहीं है न ही शौचालय की व्यवस्था है. इससे पुलिस के अधिकारी व जवानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. जवानों को […]
इससे पुलिस के अधिकारी व जवानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. जवानों को पानी जुगाड़ कर पीना पड़ रहा है. वहीं शौच के लिए जंगल जाना पड़ता है. इसके अलावा बिजली व मोबाइल का बाधित नेटवर्क भी परेशानी उत्पन्न कर रहा है.
पानी व शौचालय की व्यवस्था नहीं रहने को लेकर गुमला एसपी अंशुमान कुमार गंभीर हैं. उन्होंने डीसी श्रवण साय को पत्र लिखा है, जिसमें थानों में पानी व शौचालय की व्यवस्था करने की मांग की है. एसपी ने बताया कि जिले के सभी थाना व पुलिस पिकेट में जरूरत के अनुसार सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. कुछ थाना व पिकेट में पानी व शौचालय की बड़ी समस्या है. मैंने डीसी को पत्र लिखा है. इसके अलावा पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों से बात की है. डीसी ने भरोसा दिलाया है कि समस्या दूर की जायेगी.
नक्सलियों से लड़ने के लिए दूरस्थ गांवों में पुलिस पिकेट की स्थापना हुई है
हर थाना व पिकेट घूम रहे हैं एसपी
गुमला एसपी अंशुमान कुमार लगातार जिले के थाना व पिकेटों का भ्रमण कर रहे हैं. हर दो दिन में वे किसी न किसी थाना व पिकेट में पहुंच रहे हैं. अधिकारी व जवानों से बात कर रहे हैं. ड्यूटी में हो रही परेशानी व समस्याओं के बारे में सुन रहे हैं. एसपी के भ्रमण के दौरान ही पानी, शौचालय, बिजली व मोबाइल नेटवर्क की समस्या सामने आ रही है. जवान खुल कर समस्या बता रहे हैं. कोंडरा, गुड़मा व रेड़वा पुलिस पिकेट के भ्रमण में भी सबसे ज्यादा समस्या सामने आयी है.
मुख्य बातें
जवानों को पानी के लिए भटकना और शौच के लिए जंगल जाना पड़ता है.
एसपी थाना व पिकेट का लगातार कर रहे निरीक्षण. समस्या मिल रही है.
पानी व शौचालय की समस्या दूर करने के लिए एसपी ने डीसी को लिखा पत्र.
सोलर वाटर सिस्टम से पानी मिलेगा
जिन थाना व पिकेट में पानी की समस्या है, उन थानों में डीप बोरिंग करायी जायेगी. साथ ही सोलर सिस्टम से वाटर कनेक्शन को जोड़ कर पानी की आपूर्ति की जायेगी, ताकि पुलिस के जवानों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े. इसके लिए स्टीमेट बन रहा है. पुलिस विभाग के अनुसार, बहुत जल्द सोलर वाटर सिस्टम पर काम शुरू हो जायेगा. वहीं जिन थाना व पिकेटों में शौचालय नहीं है, वहां जवानों की संख्या व जरूरत के अनुसार शौचालय का निर्माण किया जायेगा.
उग्रवादियों को मुख्यधारा से जोड़ने की पहल
गुमला एसपी अंशुमान कुमार ने जिले में सक्रिय भाकपा माओवादी व पीएलएफआइ के उग्रवादियों को मुख्यधारा से जोड़ने की पहल की है. इसके तहत जिले के सभी थाना में एक बोर्ड लगाया गया है, जिसमें उग्रवादियों को आत्मसमर्पण के तहत मिलने वाली सुविधाओं का जिक्र किया गया है. एसपी ने बताया कि पुलिस विभाग प्रयास कर रहा है कि उग्रवादी व नक्सली मुख्यधारा से जुड़ जायें. वे अपने परिवार के बीच रहे. इसके लिए सरकार द्वारा पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाली सुविधाओं का बोर्ड हर थाना में लगाया गया है, ताकि आम जनता बोर्ड में लिखे स्लोगन को पढ़ मुख्यधारा से भटके लोगों को जोड़ने में मदद करें. आत्मसमर्पण के बाद उग्रवादियों व नक्सलियों को कई फायदा मिल रहा है. उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों की तुलना में झारखंड में आत्मसमर्पण नीति के बहुत फायदे हैं. सरकार चाहती है कि आम जनता शांतिपूर्ण तरीके से रहे. इसके लिए उग्रवादियों व नक्सलियों को समाज से जोड़ने की पहल हो रही है.
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