जारी (गुमला) : झारखंड व छत्तीसगढ़ राज्य के बीच स्थित कोदा गांव में रोजगार व मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है. यह गांव जारी प्रखंड क्षेत्र में पड़ता है. प्रखंड मुख्यालय से गांव की दूरी 15 किमी है. चारों ओर से पहाड़ों व जंगलों से घिरे गांव में लगभग पांच सौ की आबादी है. गांव में मूलभूत सुविधाओं की बात करें, तो ग्रामीण किसी तरह अपना जीवन-यापन कर रहे हैं. गांव में पेयजल, सड़क, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी कोई भी मूलभूत सुविधा नहीं है.
गांव में किसी को वृद्धा, विधवा या विकलांगता पेंशन तक नसीब नहीं है. गांव में मुश्किल से 10 परिवार का ही बीपीएल कार्ड बना है. रोजगार का कोई साधन उपलब्ध नहीं है. गांव के लोग कृषि पर निर्भर हैं. सिंचाई की सुविधा भी नहीं है. गांव होकर बहने वाली नदी और खेत में स्थित कुएं के पानी से सिंचाई करते हैं. हालांकि वर्ष 2007 में मनरेगा से गांव के चार लाभुकों को सिंचाई कूप मिला था. लेकिन पैसे के अभाव और बिजली की सुविधा नहीं होने के कारण सिंचाई कूप सिर्फ नाम का ही सिंचाई कूप बन कर रह गया. यही कारण है कि गांव के ग्रामीण दिल्ली और मुम्बई की ओर रूख कर रहे हैं.