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सड़क हादसे में दो छात्रों की मौत
पालकोट(गुमला) : गुमला जिले के पालकोट थाना क्षेत्र स्थित काली मंदिर के समीप बुधवार की सुबह करीब नौ बजे सद्दाम बस की चपेट में आने से मैट्रिक परीक्षा की तैयारी कर रहे दो छात्रों की मौत हो गयी. मृतकों में गुड़मा डेबूटोली गांव के सचिंद्र खड़िया (16) व मलई गांव का शिवशंकर उरांव (16) शामिल […]
पालकोट(गुमला) : गुमला जिले के पालकोट थाना क्षेत्र स्थित काली मंदिर के समीप बुधवार की सुबह करीब नौ बजे सद्दाम बस की चपेट में आने से मैट्रिक परीक्षा की तैयारी कर रहे दो छात्रों की मौत हो गयी. मृतकों में गुड़मा डेबूटोली गांव के सचिंद्र खड़िया (16) व मलई गांव का शिवशंकर उरांव (16) शामिल हैं. दोनों छात्र लिटिल गार्डेन पब्लिक स्कूल बघिमा के छात्र थे.
दोनों छात्र ट्यूशन पढ़ने के बाद मोटर साइकिल में तेल भरा कर लौट रहे थे, तभी गुमलासे राउरकेला जा रही सद्दाम बस ने दोनों छात्रों को कुचल दिया. घटना स्थल पर ही दोनों छात्रों की मौत हो गयी. शिक्षक संतोष प्रसाद ने बताया कि बुधवार को दोनों छात्र ट्यूशन पढ़ने के बाद मेरे छोटे भाई बली प्रसाद की मोटर साइकिल लेकर तेल भराने पेट्रोल पंप गये थे. तेल भरा कर लौटने के क्रम में बस ने जोरदार टक्कर मार दी. घटना के तुरंत बाद लोगों की भीड जुट गयी. थानेदार राजेंद्र रजक पुलिस बल के साथ पहुंचे और शव को कब्जे में लिया. पुलिस ने बस को कब्जे में कर लिया है, जबकि चालक फरार है.
चार दिन में दूसरी घटना
ज्ञात हो कि चार दिन में सड़क हादसे की यह दूसरी बड़ी घटना है. गत रविवार को भरनो प्रखंड के पलमाडीपा गांव में ट्रक की चपेट में आने से टेंपो में सवार 13 लोगों की मौत हो गयी थी. इसके बाद पालकोट में इन दोनों छात्रों को तेज रफ्तार बस ने अपना शिकार बनाया.
ग्रामीणों ने जम कर निकाली भड़ास
तुसगांव से लौटकर दुर्जय पासवान
घाघरा प्रखंड के तुसगांव में प्रशासन ने बुधवार को जनता दरबार लगाया. जनता दरबार में शामिल होने के लिए डीसी श्रवण साय पहले घाघरा थाना पहुंचे. थाना में पहले से एसपी अंशुमान कुमार, एएसपी सरोज कुमार व एसडीपीओ भूपेंद्र प्रसाद राउत मौजूद थे. प्रखंड व जिला के भी अधिकारी भी पहुंच गये थे. दिन के 11 बजे घाघरा थाना से जनता दरबार में भाग लेने के लिए तुसगांव के लिए रवाना हुए. चपका होते हुए रुकी के रास्ते अधिकारी आगे बढ़े. ऊंची-नीचे सड़कों से होते हुए अधिकारी आगे बढ़ रहे थे, तभी रास्ते में पुलिस को लगा कि लैंड माइंस बिछा है. अधिकारियों की गाड़ी रुक गयी.
एएसपी व एसडीपीओ ने गाड़ी से उतर कर जांच की. आगे-आगे मोटर साइकिल में सुरक्षा कर्मी जा रहे थे.संतुष्टि होने के बाद अधिकारी मंजिल की ओर बढ़े, तभी तुसगांव से दो किमी दूर पहले अचानक डीसी श्रवण साय की गाड़ी आगे बढ़ गयी और उसके पीछे चल रही एसपी की गाड़ी वापस होने लगी. एक पल लगा कि नक्सली नजदीक में हैं, लेकिन एसपी रिटर्न होने के बाद दूसरे रास्ते से होकर तुसगांव पहुंचे और डीसी बेखौफ बिना रास्ता छोड़े तुसगांव पहुंचे. डीसी के पीछे पत्रकारों की गाड़ी लग गयी. करीब एक बजे अधिकारियों का काफिला तुसगांव पहुंचा.
वहां लोगों की भीड़ थी. सरकारी योजना की जानकारी देने के लिए स्टॉल लगा हुआ था. कुछ अधिकारी पहले से पहुंचे हुए थे, जो सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को दे रहे थे. डीसी व एसपी पहुंचे, तो तुसगांव स्कूल के बच्चों ने पारंपरिक तरीके से स्वागत किया. बच्चियों ने बड़े दूर से आलक मोइर गोतिया रे.. गाना गाया. अधिकारी मंच पर बैठे. पहले कुछ नेताओं को बोलने का मौका मिला.
इसके बाद जनता की बात सुनी गयी. जनता की पारी आयी, तो लोगों ने खुल कर अपनी भड़ास निकाली. इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि तुसगांव से कुछ दूरी पर नक्सली जमे हैं. पुलिस अलर्ट हो गयी. एसपी खुद मंच से उठ कर मूवमेंट की जानकारी ली. अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया. गांव के कुछ लोगों से पुलिस ने बात की. जनता दरबार का जो माहौल था. दहशत व लोगों के गुस्से के बीच चार बजे जनता दरबार संपन्न हुआ और अधिकारी लौटे.
कार्यक्रम में मौजूद अधिकारी व प्रतिनिधि
आइटीडीए निदेशक कृष्ण किशोर, एएसपी सरोज कुमार, एसडीपीओ भूपेंद्र प्रसाद राउत, डीपीओ अरुण कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी बसंती ग्लाडिस मिंज, जिला सामाजिक सुरक्षा पदाधिकारी नेहा संजना खलखो, श्रम अधीक्षक रंजीत कुमार, विशेष प्रमंडल गुमला के इइ रवि सहाय, लघु सिंचाई विभाग के इइ सीएन झा, बीडीओ विजय सोनी, बीस सूत्री अध्यक्ष राम साहू, उपप्रमुख कृष्णा लोहरा, भाजपा किसान मोर्चा के केंद्रीय सदस्य भिखारी भगत, झामुमो के केंद्रीय सदस्य लालदेव भगत, विधायक प्रतिनिधि सतीश प्रसाद, विकास भारती के कोषाध्यक्ष महेंद्र भगत, प्रमुख सुनीता देवी, बीस सूत्री सदस्य रवि पहान, मुरली मनोहर सिंह सहित कई विभाग के अधिकारी थे. लोगों को जागरूक करने व योजना की जानकारी देने के लिए स्टॉल लगाये गये थे.
प्रतिनिधियों ने सुनायी विकास नहीं होने की व्यथा
घाघरा प्रखंड के जिला परिषद सदस्य तेम्बू उरांव ने कहा कि प्रशासन का यह जनता दरबार आपकी समस्या दूर करने के लिए है. यह क्षेत्र पूरी तरह उपेक्षित है. उम्मीद करता हूं कि इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रशासन पहल करेगा. विधायक प्रतिनिधि सतीश प्रसाद ने कहा कि सरकार कई योजना चल रही है.
जरूरत है कि आप उन योजनाओं का लाभ उठायें. प्रशासन से अपील है कि इस क्षेत्र की छोटी-छोटी समस्या को दूर करें. सांसद प्रतिनिधि पप्पू कुमार ने कहा कि आज प्रशासन आपके पास आया है. इस क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या सड़क है.
सड़क बन जाये, तो लोगों को फायदा होगा. पानी की समस्या दूर करें. भाजपा किसान मोर्चा के केंद्रीय सदस्य भिखारी भगत ने कहा कि इस गांव में दूसरी बार प्रशासन ने जनता दरबार लगाया. इसका मकसद लोगों की समस्या को दूर करना है. लोगों को प्रशासन से काफी उम्मीद है. विकास भारती के कोषाध्यक्ष महेंद्र भगत ने भी क्षेत्र की समस्याओं से प्रशासन को अवगत कराया.
गांव की प्रमुख समस्या
दीरगांव व विमरला पंचायत के गांवों में चलने के लिए सड़क नहीं है.
यहां एक भी हाई स्कूल नहीं है. बच्चों को घाघरा जाना पड़ता है.
प्रतिनिधि ईमानदारी से काम नहीं करते हैं. गांवों का विकास प्रभावित है.
गांवों में पीने के लिए स्वच्छ पानी नहीं है. प्रशासन इसकी व्यवस्था करे.
बिजली पोल व तार है, लेकिन कभी-कभी महीनों बिजली गुल रहती है.
गांव के गरीब को वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिलती व राशन कार्ड नहीं बना है.
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