घाघरा : घाघरा प्रखंड क्षेत्र में प्रकृति पर्व सरहुल हर्षोल्लास मनाया गया. मुख्य समारोह सरना संचालन समिति घाघरा के तत्वावधान में आयोजित की गयी. इस मौके पर विशाल शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा नेतरहाट रोड स्थित सरना स्थल ने निकल कर चांदनी चौक, थाना चौक, ब्लॉक चौक होते हुए महगनियां टोली पहुंच कर सभा में तब्दील हो गयी.
मुख्य अतिथि कांग्रेस जिलाध्यक्ष शिव कुमार भगत उर्फ टुनटुन ने कहा कि प्रकृति पर्व सरहुल भाइचारे व सादगी का प्रतीक है. आदिवासी भाई-बहन सरहुल के मौके पर संकल्प लें कि हम सभी समुदाय के लोगों से कदम से क दम मिला कर चलेंगे. श्री उरांव ने पर्व में उपस्थित सरना धर्मावलंबियों को शुभकामनाएं प्रदान की.
विशिष्ट अनिरूद्ध चौबे ने कहा कि आपसी भाईचारे के साथ आनंद उठायें. धरती माता का नमन करते हुए नशा मुक्त समाज के निर्माण पर बल दिया. समारोह को सुधीर कैथवार, मनोज साहू सहित कई अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया. इस मौके पर घाघरा, शिवराजपुर, नवडीहा, चपका, कुर्राग, पसंगा, बड़काडीह, बेलागढ़ा सहित लगभग 50 गांवों के अखाड़ों ने अपनी सहभागिता निभायी. सभी अखाड़ों को सरना संचालन समिति द्वारा सरहुल झंडा भेंट कर सम्मानित किया गया. बेहतर प्रदर्शन करने वाले अखाड़ों को पुरस्कृत किया गया.
इससे पूर्व भौवा पाहन द्वारा पारंपरिक रीति-रिवाज से सरना माता की विधिवत पूजा-अर्चना की गयी. प्रसाद वितरण के बाद एक-दूसरे को अबीर गुलाल लगा कर व कानों पर सरइ का फुल डाल कर सरहुल की शुभकामनाएं प्रदान की गयी. इस मौके पर बड़े, बूढ़े व बच्चों ने मांदर की थाप पर थिरकते नजर आये. इस अवसर पर समीर भगत, भोला खान, कृष्णा लोहरा, आदित्य भगत, अशोक उरांव, मुकेश महापात्र, मुरली मनोहर सिंह, मनोज साहू, मनोज सिन्हा, सतीश भगत, सुधीर कैथवार, भूपेंद्र नाथ राम सहित हजारों धर्मावलंबी उपस्थित थे.