बच्ची का शव दफनाने को लेकर हुआ था विवाद
हत्या करने के बाद आरोपी बहूओं ने थाने में िकया सरेंडर
पालकोट(गुमला) : पालकोट थाना क्षेत्र के बंगरू तेतरटोली गांव में चार साल की बच्ची के शव को दफनाने को लेकर हुए विवाद में तीन बहूओं ने मिलकर चचेरी सास तारी सोरेंग (60 वर्ष) की हत्या कर दी. हत्या करने के बाद आरोपी बहू कोता सोरेंग, सोनपति सोरेंग व निमनी सोरेंग ने पालकोट थाने में सरेंडर कर दिया.
पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया. घटना गुरुवार की सुबह 7.30 बजे की है. पुलिस ने मृतका तारी के शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया. थाना में सरेंडर करने के बाद तीनों बहूओं ने बताया कि चार साल की बच्ची का निधन हो गया. उसके शव को हम अपनी जमीन पर दफना रहे थे.
इसी बीच चचेरी सास तारी देवी आयी और उसने शव को दफनाने का विरोध किया. इसलिए हमलोगों ने गुस्से में आकर तारी को डंडा से पिटाई करने के बाद पत्थर से मारकर हत्या कर दी. बहूओं ने कहा कि कुछ दिन पूर्व पंचों की बैठक हुई थी. जिसमें कहा गया था कि अंबाडाड़ में शव को दफनाना है. इसके बाद जब हम लोग अंबाडाड़ में शव दफना रहे थे, तो चचेरी सास झगड़ा करने लगी. इसलिए गुस्से में उसे मार दिया.
चार साल की थी प्रतिमा : मृतका की बड़ी बहू असरिता सोरेंग ने बताया कि ससुर भउवा सोरेंग व जबला सोरेंग सगे भाई थे. जबला का बेटा लालू खड़िया है. जिसकी चार साल की बेटी प्रतिमा का बुधवार को निधन हो गया. प्रतिमा की मौत के बाद उसके शव को दफना दिया.
इसी बीच मेरी सास तारी ने कुछ कह दिया. जिससे विवाद बढ़ गया. इसके बाद कोता सोरेंग, सोनपति सोरेंग व निमनी सोरेंग ने मिलकर तारी की हत्या कर दी.