गुमला: घाघरा प्रखंड के सरांगो नवाटोली गांव में 12 अक्तूबर को दो नाबालिग लड़कियों के साथ हुए गैंगरेप की खबर प्रभात खबर में छपने के बाद झारखंड राज्य बाल संरक्षण आयोग रांची ने स्वत: संज्ञान लिया है. आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने गुमला एसपी चंदन कुमार झा को पत्र लिख कर गैंगरेप मामले की पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है.
अध्यक्ष ने 10 दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी है. पत्र में अध्यक्ष ने कहा है कि दो नाबालिग लड़कियों के साथ गैंगरेप पोक्सो एक्ट-2012 के अंतर्गत एक संगीन अपराध है. इस मामले में अभी तक पुलिस ने क्या कार्रवाई की है, इसकी पूरी जानकारी देने के लिए कहा गया है. ज्ञात हो कि दोनों लड़कियों से सात लड़कों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था. उस समय पीड़ितों की शिकायत पर ग्रामीणों ने तीन आरोपियों को पकड़ा. पहले उनकी पिटाई की, फिर पुलिस को सौंप दिया था. इसमें सरांगो निवासी पवन साहू, चमेली गांव निवासी मुन्ना मांझी व सरांगो नवाटोली निवासी पंचु बड़ाइक शामिल हैं. इन्हें पुलिस 13 अक्तूबर को जेल भेज चुकी है. वहीं घटना में शामिल चार और अपराधी अभी तक फरार हैं. पुलिस इन चारों को पकड़ने में अभी तक नाकाम रही है.
दुष्कर्म की घटना उस समय घटी थी, जब लड़कियां अपने दो भाइयों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम देख कर घर लौट रही थी. इसी क्रम में सात लड़के मिल गये. लड़कों ने पहले दोनों भाईयों को पीटा. निर्वस्त्र किया और उनके मोबाइल व पैसा छीन कर भगा दिया. इसके बाद दोनों लड़कियों से सातों लड़कों ने दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देकर छोड़ दिया था.