इस कारण शव बरामद करने में पुलिस को समय लगा. घटना के संबंध में मृतक के बड़े बेटे छोटू उरांव ने बताया कि मंगलवार को उसका पिता अगस्तु गांव के ही नेम्हस खाखा के साथ शराब पीने गया था. दोनों ने साथ में शराब पिया. इसके बाद नेम्हस ने पैसे की लालच में लाठी से मार कर अगस्तु की हत्या कर दी और शव को एतवा उरांव के घर के समीप फेंक दिया.
बेटे ने बताया कि उसका पिता अगस्तु दूसरे राज्य में मजदूरी करता था. कुछ दिन पहले वह पैसा कमा कर घर लौटा था. इधर, ग्रामीणों ने कहा कि छोटू की मां का पहले ही निधन हो गया है. पिता अगस्तु मजदूरी कर अपने तीन बच्चों की परवरिश कर रहा था. अगस्तु की मौत के बाद अब बच्चों की परवरिश कैसे होगी, यही चिंता है. ग्रामीणों ने प्रशासन से मृतक के परिजन को मुआवजा देने की मांग की है.