दुर्जय पासवान
गुमला : गुमला जिले के कई गांवोंमें दो दिन से एक हाथी ने उत्पात मचा रखा है. मदमस्त होकर एक गांव से दूसरे गांव में घूम रहा है. कई पालतू पशुओं को कुचल चुका है, लेकिन फोरी गांव में खूंटे से बंधे दो बैल ने हाथी को दुम दबा कर भागनेके लिए मजबूर कर दिया. दोनों बैल करीब आधा घंटे तक हाथी के सामने डटे रहे. बैल टस से मस नहीं हुए और अंतत: हाथी को ही वहां से भागना पड़ा. इससे पहले हाथी ने एक बकरी को कुचल कर मार डाला था.
दरअसल, गुमला में एक हाथी घुस आया है. हाथी गांवों में घूम रहा है. उत्पात मचारहा है. बड़े पैमाने पर लोगों के घरों को नुकसान पहुंचाया है. मंगलवार की रात से ही हाथी का उत्पात जारी है. रात को भरदा, मुरकुंडा, कसीरा के गांवों में उत्पात मचाने के बाद बुधवार सुबह फोरी, अटरिया, बसुवा गांव पहुंच गया. यहां दर्जनों घर तोड़ दिये.
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मुरकुंडा में घर की दीवार गिरने से एक ही परिवार के तीन लोग घायल हो गये. सभी को गुमला अस्पताल में भरती कराया गया है. फोरी गांव में हाथी ने एक बकरी को कुचल कर मार डाला. गांव में दो बैल बंधे थे. बैलों को भी चोट पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन बैल हाथी के सामने आधा घंटा तक डटे रहे. अंतत: हाथी वहां से लौट गया. खेत के रास्ते हाथी दूसरे गांव चला गया. हाथी ने सबसे ज्यादा नुकसान मुरकुंडा में पहुंचाया है. यहां कई घरों को ध्वस्त कर दिया.
गांवों में हाथी घुसने की सूचना के बाद सांसद प्रतिनिधि भोला चौधरी ने वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी. उन्होंने हाथी को गांव से निकालने के साथ-साथ प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की मांग की है. फॉरेस्टर घनश्याम चौरसिया गांवों में घूम-घूम कर लोगों को हुई क्षति का आकलन कर रहे हैं.