गोड्डा : सुंदरपहाड़ी थाना क्षेत्र के महुआटांड़ में गुरुवार को ग्रामीणों ने मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक को लाठी-डंडा से पीट-पीट कर हत्या कर दी. मृतक का नाम गोविंद मुर्मू (45) था. प्राप्त जानकारी के अनुसार, गोविंंद ग्रामीणों को हर समय परेशान करते रहता था. इससे सभी तंग आ चुके थे. गुरुवार को गोविंद ताड़ […]
गोड्डा : सुंदरपहाड़ी थाना क्षेत्र के महुआटांड़ में गुरुवार को ग्रामीणों ने मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक को लाठी-डंडा से पीट-पीट कर हत्या कर दी. मृतक का नाम गोविंद मुर्मू (45) था. प्राप्त जानकारी के अनुसार, गोविंंद ग्रामीणों को हर समय परेशान करते रहता था. इससे सभी तंग आ चुके थे. गुरुवार को गोविंद ताड़ के डंडे से स्थानीय लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीट रहा था.
इससे ग्रामीण क्रोधित हो गये और आवेश में आकर लाठी डंडा से दौड़ा-दौड़ा कर गोविंद की पिटाई कर दी. इससे उसकी मौत हो गयी. दोपहर तीन बजे उसका शव सदर अस्पताल लाया गया और पोस्टमार्टम कराया गया है. शरीर पर चोट के निशान थे.
मानसिक रूप से विक्षिप्त था गोविंद मुर्मू
ग्रामीणों को करता रहता था परेशान
युवक विक्षिप्त था. पहले उसने ही स्थानीय लोगों पर हमला किया था. इससे तंग आकर ग्रामीणों ने पिटाई कर दी. मामले को लेकर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. अभी जांच पड़ताल की जा रही है.
-अभिषेक कुमार, एसडीपीओ, गोड्डा
यह कैसा सामाजिक न्याय
गोविंद मुर्मू मानसिक रूप से बीमार था. इस कारण समाज का यह कर्तव्य बनता था कि उसके साथ सहानुभूति बरती जाये. उसका सही इलाज हो. क्या प्रशासनिक पदाधिकारियों की नजर कभी उस पर नहीं पड़ी. सरकार दिव्यांग के साथ अच्छे बर्ताव की अपील कर चुकी है. लेकिन, महुआटांड़ की घटना ने एक साथ कई सवाल खड़े कर दिये हैं? इस हत्या के लिए जिम्मेवार कौन है?