पोड़ैयाहाट : सरकार सिंचाई व्यवस्था को लेकर लाख दावा करें, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. प्रखंड के किसानों को पूरी तरह से माॅनसून पर निर्भर रहना पड़ता है. प्रखंड के डांडे त्रिवेणी वीयर को छोड़कर अन्य क्षेत्रों के किसानों के लिए सिंचाई व्यवस्था नहीं के बराबर है. किसानों का कहना है कि मनरेगा योजना के तहत बनाये गये 90 प्रतिशत तालाब में बरसात का पानी कुछ महीने तक ही रहता है.
जेवीएम लगातार आवाज उठा रही है. सरकार की योजना धरातल पर नहीं पहुंच पा रही है.
-प्रदीप यादव, विधायक पोड़ैयाहाट