झुंड से बिछड़े जंगली हाथी ने मचाया उत्पात
बोआरीजोर : झुंड से बिछड़े एक हाथी ने बोआरीजोर वन क्षेत्र अंतर्गत तीन गांवों में तांडव मचाया. शनिवार की देर रात हाथी ने पांच घरों को तोड़ डाला और घरों में रखा अनाज खा गया. इस कारण ग्रामीण भय के माहौल में जी रहे हैं. जानकारी के अनुसार पियाराम जंगल की ओर से हाथी ने पियाराम गांव में प्रवेश किया.
इस दौरान पियाराम गांव के मालती मुमरू, मोसमात टेरेसा मोहली, मोसमात लखी मोहली का घर क्षतिग्रस्त कर दिया. उसके बाद हाथी ने हर्रा गांव में ढेना पहाड़िया व फुलवरिया गांव में सुरेश साह के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया है. ग्रामीणों के अनुसार हाथी भूख से बौखलाया हुआ है. घरों को तोड़ कर अनाज खा गया. ग्रामीणों ने बताया कि करीब लाखों रुपये की क्षति हुई है.
‘‘हाथी का प्रवेश गांव में हुआ है. कुछ घरों को हाथी ने क्षतिग्रस्त भी किया है. वन विभाग की टीम हाथी को खदड़ने का प्रयास कर रही है. ग्रामीणों से अपील है कि जंगल में आग नहीं लगायें. इससे हाथी उग्र होता है. गांव में शराब नहीं बनायें.’’
-रामचंद्र पासवान, रेंजर बोआरीजोर.
‘‘ गत वर्ष हाथी द्वारा क्षतिग्रस्त किए गए मकानों का मुआवजा राशि विभाग को प्राप्त हुआ है. कुछ ग्रामीणों का मुआवजा बकाया है. उन्हें मुआवजा दिया जायेगा. शनिवार को क्षतिग्रस्त घरों की जांच पड़ताल करने विभाग की टीम जायेगी.’’
– रामचंद्र पासवान, रेंजर बोआरीजोर.
जून-जुलाई 2014 में हाथी से क्षतिग्रस्त घरों का मुआवजा अब तक नहीं दिया गया
बोआरीजोर : वर्ष 2014 के जून-जुलाई माह में झुंड से बिछड़े हाथी ने 80 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया था. साथ ही हाथी ने एक ग्रामीण को कुचल कर मार डाला था. हाथी द्वारा क्षतिग्रस्त किए गए 20 घरों का मुआवजा अब तक पीड़ित परिवारों को नहीं मिल पाया है.हालांकि ग्रामीण जोला पहाड़िया के मौत का मुआवजा पुत्र शंभु मालतो को वन विभाग द्वारा दिया जा चुका है. जबकि उस दौरान चार लोग घायल भी हुए थे. वन विभाग ने उन्हें मुआवजा नहीं दिया है.
वन विभाग की टीम हुई सक्रिय
ग्रामीणों की सूचना पर रात में ही वन विभाग की टीम सक्रिय हो गयी. टीम में शामिल रेंजर रामचंद्र पासवान, वनपाल पुरुषोत्तम कुमार, वनरक्षी परशुराम आदि हाथी को खदेड़ने का प्रयास कर रहे हैं. टीम के मुताबिक अभी भी हाथी पियाराम जंगल में ही भटक रहा है.