बीओक्यू नहीं बिका तो संवेदकों ने डीसी से की थी शिकायत
Advertisement
टेंडर के दो माह पूर्व ही बन गया शौचालय
बीओक्यू नहीं बिका तो संवेदकों ने डीसी से की थी शिकायत मंत्री ने दिया जांच के आदेश दर्ज होगी प्राथमिकी गोड्डा : जिले में धीरे-धीरे भवन निर्माण विभाग द्वारा की गयी गड़बड़ी की पोल खुल रही है. नगर विकास मंत्री डॉ सीपी सिंह के आगमन पर मामला उजागर हुआ. डीडीसी आवास की मरम्मत व गोड्डा […]
मंत्री ने दिया जांच के आदेश दर्ज होगी प्राथमिकी
गोड्डा : जिले में धीरे-धीरे भवन निर्माण विभाग द्वारा की गयी गड़बड़ी की पोल खुल रही है. नगर विकास मंत्री डॉ सीपी सिंह के आगमन पर मामला उजागर हुआ. डीडीसी आवास की मरम्मत व गोड्डा काॅलेज में बोरिंग, स्टाफ रूम में शौचालय का निर्माण टेंडर निकालने के दो माह पूर्व ही निर्माण हो गया है. गोड्डा काॅलेज में दो स्थानों पर शौचालय का निर्माण किया गया था. एक काॅलेज के स्टाफ रूम में व दूसरा प्रिंसिपल के कमरे में. इसकी प्राक्कलित राशि टेंडर प्रकाशन सूची में 9.35 लाख हैं. पर हकीकत यह है कि दो माह पूर्व ही शौचालय आदि का निर्माण किया जा चुका था. 07 नवंबर को निविदा डालने की अंतिम तिथि थी. इस मामले में भी बीओक्यू नहीं बिका. इसको लेकर भी संंवेदकों ने विरोध किया था.
”भवन निर्माण विभाग द्वारा काम दो माह पूर्व ही पूरा कर लिया गया है. प्राक्कलन राशि का पता नहीं है. विभाग को ही इसकी जानकारी है. जांच होने के बाद ही सच्चाई का पता लग पायेगा.
-अशोक कुमार ठाकुर, प्राचार्य, गोड्डा काॅलेज
प्राचार्य को भी प्राक्कलित राशि की जानकारी नहीं
टेंडर में शौचालय निर्माण की राशि जितनी अंकित की गयी है. उस हिसाब से काम नहीं हुआ है. यदि निर्माण कार्य की जांच करा ली जाये बड़ी गड़बड़ी सामने आ जायेगी. जानकारों की माने तो मुश्किल से 2.50 लाख की राशि भी निर्माण कार्य पर खर्च हुआ है, जबकि टेंडर 9.35 लाख की है. ताज्जुब की बात यह है कि काॅलेज के प्रिंसिपल को भी प्राक्कलित राशि का पता नहीं है. बीओक्यू बेचने की तिथि 06 नवंबर को निर्धारित थी. बीओक्यू नहीं बिकने पर ही हंगामा हो गया. सूचना के बाद भी जब बीओक्यू नहीं बिका, तो संवेदकों ने उपायुक्त से मामले की शिकायत की.
ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग: गोड्डा. भवन निर्माण विभाग की ओर से अवैध रूप से कराये जा रहे बगैर टेंडर के काम को लेकर विभाग के कार्यपालक अभियंता समेत कनीय अभियंता व सहायक अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. डीसी को पत्र सोंपते हुये मांग किया गया है कि विभाग की ओर से निविदा से पूर्व कई स्थानों में पहले ही काम करा दिया गया है. ग्रामीणों में उपमुखिया महानंद महतों , नीरज सिंह, पिंटु महतों, प्रमोद महतों, उपदेश महतों, सुमन कुमार, सीताराम पंडित के नाम शामिल है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement