गोड्डा : पथरगामा थाना के वंदनवार गांव में दो माह पूर्व 28 जून को गांव के ही पियूष कुमार का शव कुएं से बरामद किया गया था. पियूष की हत्या कर शव को कुएं में डाल दिया गया था. पिता ने भी थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया था. लेकिन आज तक एक भी […]
गोड्डा : पथरगामा थाना के वंदनवार गांव में दो माह पूर्व 28 जून को गांव के ही पियूष कुमार का शव कुएं से बरामद किया गया था. पियूष की हत्या कर शव को कुएं में डाल दिया गया था. पिता ने भी थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया था. लेकिन आज तक एक भी आरोपित नहीं पकड़े जा सके हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इसका खुलासा हो चुका है
कि पियूष के शरीर पर जख्म व हड्डी टूटने के निशान थे. किन लोगों के साथ वो पथरगामा गया था इसका भी पुलिस अब तक पता नहीं लगा पायी है. पुलिस की इस धीमी कार्रवाई से पिता का विश्वास अब पुलिस से उठता जा रहा है. उनका कहना है कि बेटे की नौकरी लग गयी थी. वो कागजात में सुधार करवाने यह कह कर पथरगामा गया था कि वह जल्द ही लौट आयेगा. नहीं आया, आया तो उसके मौत की खबर आयी. परिवार टूट चुका है. लेकिन पुलिस के कानों में जूं तक नहीं रेंगती.
अब तक एक भी आरोपित नहीं पकड़े गये
कई बार अधिकारियों से मिलकर की न्याय की मांग
घटना के बाद से न्याय की मांग को लेकर पुलिस पदाधिकारियों के पास परिवार के लोगों ने फरियाद लगायी. छात्रों के अलावा कई राजनीतिक दलों ने भी आंदोलन कर न्याय की मांग की. मगर पूरा मामला अब तक ठंढे बस्ते में चला गया है. इधर सुदामा मिश्रा ने 24 अगस्त को मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप कर न्याय की मांग की है. घटना की सीबीआइ या सीआइडी जांच की मांग की है. मुख्यमंत्री ने इस बात का आश्वासन दिया है कि जल्द ही कांड को लेकर जांच करायी जायेगी.
सीएम से परिजनों ने लगायी सीबीआइ व सीआइडी जांच की मांग
कौन लोग थे पियूष के साथ कुएं पर!
चश्मदीदों ने बताया था कि पियूष की मौत के एक दिन पहले उस कुएं पर तीन लोग स्नान करने गये थे. तीन लोगों में एक पियूष के होने की संभावना थी. लेकिन सवाल उठता है कि यदि उनमें से एक पियूष था तो दो अन्य लोग कौन थे. पुलिस अब तक उसका भी पता नहीं लगा पायी है. अब तक पुलिस को कुछ सुराग हाथ नहीं लग पाया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद यह बात भी पक्की हो गयी कि पियूष की हत्या हुई थी.