गिरिडीह : नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ पुलिस, सीआरपीएफ तथा झारखंड जगुआर का चल रहा अभियान पांचवें दिन भी जारी रहा. इस दौरान पारसनाथ पर्वत व उसके तराई वाले इलाके में नक्सलियों की खोज की जाती रही. धनबाद से सटे इलाके में भी पुलिस, सीआरपीएफ का अभियान चलता रहा. अंधेरे में भी नक्सलियों की खोज में जवान जुटे रहे.
बताया जाता है कि इस अभियान के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां सुरक्षा बल व पुलिस को मिली है. इनमें यह भी पता चला है कि नक्सलियों का प्रमुख ठिकाना कहां पर है. हालांकि लगातार चल रहे अभियान के बाद भी अब तक बड़ी सफलता नहीं मिल पायी है. हालांकि जो जानकारी मिली है, उसके बारे में पुलिस मुख्यालय को सूचना दी गयी है. जानकारी के अनुसार छापामारी के आगे की रणनीति भी तैयार की जा रही है.
गुरुवार को चले ऑपरेशन के संदर्भ में गिरिडीह के एसपी क्रांति कुमार ने भी ऑपरेशन में शामिल अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाये रखा. गौरतलब हो कि सरकारी कर्मियों के अपहरण की घटना के बाद शुरू हुए अभियान के दौरान 27 जनवरी को नक्सलियों ने लैंड माइंस विस्फोट किया था. पीरटांड़ थाना क्षेत्र के मधुबन पंचायत के धोलकट्टा में हुए विस्फोट में पुलिस व सीआरपीएफ को क्षति उठानी पड़ी थी. इस घटना के बाद डीजीपी राजीव कुमार के नेतृत्व में अधिकारियों की एक बैठक भी हुई थी, जिसमें आगे की रणनीति तैयार की गयी थी. इसके अलावा सीआरपीएफ के आइजी एमबी राव भी मधुबन पहुंचे थे.
इतना ही नहीं जिस स्थान पर नक्सलियों द्वारा विस्फोट किया गया था, उस स्थान का भी निरीक्षण किया गया. यहां से कुछ नमूना भी लिया है. किन बम का उपयोग किया गया था, उसकी भी पड़ताल की गयी है. एसपी क्रांति कुमार ने कहा कि अभियान लगातार जारी है और नक्सलियों के खिलाफ सभी संभावनाओं की तलाश की जा रही है.