गिरिडीह : सरकारी स्कूलों में राशि नहीं रहने के कारण दर्जनों विद्यालय में एमडीएम बंद पड़ा हुआ है. पर्याप्त राशि व चावल नहीं रहने का हवाला देकर कई ग्राम शिक्षा समितियों ने अपने हाथ खड़े कर लिये हैं. उनका कहना है कि एक तो सरकारी स्तर से मध्याह्न् भोजन योजना के लिए राशि में विलंब की जाती है और दूसरी तरफ सरस्वती वाहिनी की रसोइया को दस माह से मानदेय नहीं मिला है. इस कारण रसोइया मध्याह्न् भोजन बनाने से पीछे हट रही है. हालांकि दबे जुबान प्रखंड स्तर के बीइइओ इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं.
उन्हें डर है कि मध्याह्न् भोजन बंद रहने का आरोप लगाकर कहीं उनके विरुद्ध कार्रवाई न हो जाये. सर्व विदित रहे कि शिक्षा विभाग ने बीआरसी के माध्यम से मांग के अनुसार 3418 विद्यालय को चावल उपलब्ध करा दिया है.
इसी के अनुपात में राशि भी दी गयी है. पिछले माह शिक्षा विभाग ने मध्याह्न् भोजन योजना के लिए करीब पौने चार करोड़ की राशि आवंटित की है. यह राशि संबंधित बैंक के माध्यम से ग्राम शिक्षा समिति को दी गयी है. लेकिन बैंक के स्तर से राशि ट्रांसफर होने में विलंब हो रहा है.
इस कारण स्कूलों में एमडीएम बंद पड़ा हुआ है. गिरिडीह के तत्कालीन डीएसइ झब्बु पंडित ने एमडीएम चालू करने की कड़ी हिदायत दी थी. येन-केन-प्रकारेण समितियां अपने जेब से एमडीएम को चालू तो रखा, लेकिन अब स्थिति बदल गयी है. कई विद्यालय में एमडीएम बंद रहने की सूचना जिला एमडीएम सेल को लगातार मिल रही है.
एमडीएम सेल के जिला प्रभारी डिप्टी डीएसइ आरडी राम का कहना है कि वह स्वयं बैंकों से राशि स्थानांतरित करने के प्रयास में लगे हुए हैं. शीघ्र ही स्थिति दुरुस्त कर लिया जायेगा.