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बजबजा रहीं नालियां, शहर परेशान
नगर पर्षद में गुटबाजी व विवाद के कारण शहरी क्षेत्र में विकास का काम प्रभावित हो रहा है. उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद से ही जनहित से जुड़े मुद्दों पर जिस गति से काम हो रहा था, उस पर ब्रेक सा लग गया है. शहरी क्षेत्र में सफाई अभियान भी प्रभावित है. […]
नगर पर्षद में गुटबाजी व विवाद के कारण शहरी क्षेत्र में विकास का काम प्रभावित हो रहा है. उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद से ही जनहित से जुड़े मुद्दों पर जिस गति से काम हो रहा था, उस पर ब्रेक सा लग गया है. शहरी क्षेत्र में सफाई अभियान भी प्रभावित है. नालियां बजबजा रही हैं, शहरवासी परेशान हैं .
प्रतिनिधि4गिरिडीह
नगर पर्षद उपाध्यक्ष को लेकर वार्ड पार्षद दो गुटों में बंटे हुए हैं. एक गुट ने उपाध्यक्ष के खिलाफ अभियान चला रखा है, वहीं दूसरा गुट उनके पक्ष में खड़ा है. लोगों का कहना है कि कुर्सी के खेल में शहरवासी गंदगी से परेशान हो रहे हैं. गरमी आते ही पेयजल की स्थिति भी विकट होने लगी है.
इन इलाकों में पसरी गंदगी : शहरी क्षेत्र के मकतपुर, बीबीसी रोड, पचंबा, भंडारीडीह, विशनपुर, बरमसिया, गददी मुहल्ला, बोडो, अलकापुरी, शास्त्रीनगर, न्यू बरगंडा, बक्शीडीह, बडा चौक, चंदौरी रोड.
गिरिडीह : नगर पर्षद के उपाध्यक्ष राकेश मोदी के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव मामले में झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई की अगली तिथि 11 मार्च मुकर्रर की है. गिरिडीह नप के 17 विक्षुब्ध वार्ड पार्षदों के आवेदन के बाद पीठासीन पदाधिकारी ने 14 मार्च को विशेष बैठक बुलायी है. बैठक में चर्चा के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान भी उसी दिन होना निर्धारित किया गया है. इधर इस मामले को चुनौती देते हुए नप के उपाध्यक्ष राकेश मोदी ने हाईकोर्ट में मंगलवार को रिट दायर की थी और अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की प्रक्रिया पर रोक लगाते हुए न्याय दिलाने का अनुरोध किया गया था. इस रिट पर बुधवार को दोनों पक्षों की ओर से हाईकोर्ट में बहस हुई. श्री मोदी के स्थानीय अधिवक्ता अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि जस्टिस श्री अपरेश सिंह की अदालत ने सुनवाई की अगली तिथि 11 मार्च को मुकर्रर की है.
साथ ही इस मामले में नगर पर्षद की ओर से उपस्थित अधिवक्ता को शपथ पत्र दायर करने का आदेश दिया गया है. श्री सिन्हा ने बताया कि विक्षुब्धों ने नप उपाध्यक्ष के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव का मुख्य आधार भ्रष्टाचार को बनाया है. कहा कि अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन देने के पूर्व उनपर कभी भी न ही किसी बैठक में और न ही विभाग के पास कभी कोई भ्रष्टाचार का मामला उठाया गया. अचानक भ्रष्टाचार आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाना आश्चर्यजनक है. इधर विक्षुब्ध खेमे के वार्ड पार्षद बृजनंदन यादव के अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि याचिका कर्ता को हाईकोर्ट से अब तक कोई राहत नहीं मिली है.
नप में चल रही है फूट डालो-राज करो की नीति : दिनेश
नगर पर्षद अध्यक्ष दिनेश प्रसाद यादव ने कहा कि राजनीति करने वाले चंद लोग फूट डालो-राज करो की नीति अपनाए हुए हैं. ऐसे लोगों की मंशा नप क्षेत्र में चल रहे विकास के कार्यों को बाधित करने की है. यही वजह है कि उपाध्यक्ष प्रकरण को लेकर वार्ड पार्षदों के बीच फूट डाली गयी और इसमें कई वार्ड पार्षद वैसी राजनीति करने वाले को सहयोग कर रहे हैं.
इसमें नप के कुछ पदाधिकारी भी शामिल रहे हैं. श्री यादव ने कहा कि विवाद के कारण नप का विकास काम प्रभावित हो रहा है. जनता ने हमलोगों को इसलिए वोट दिया, ताकि हम लोगों की सेवा कर सकें. इस पर तमाम वार्ड पार्षदों को गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए. कहा कि शहरी क्षेत्र में सफाई अभियान चलाया जा रहा है. कहा कि संगठित होकर काम करने से जनसमस्याओं का समाधान द्रूत गति से किया जा सकता है.
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