गांडेय : मनरेगा कूप के जरिये एक कृषक ने बंजर भूमि में खेती कर जहां जमीन में हरियाली लायी, आर्थिक उपार्जन भी कर रहा है. हम बात कर रहे हैं प्रखंड के बड़कीटांड़ पंचायत के महेशमुंडा (हरिजन टोला) निवासी सुजीत कुमार सिन्हा की. वर्ष 2010-11 में सुजीत के नाम मनरेगा के तहत कूप स्वीकृत हुआ. वह कूप में बतौर मेट मजदूर काम कर खुदाई की और इसे पूरा किया.
बिना सरकारी सहायता शुरू की खेती : कृषक सुजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि कूप निर्माण के बाद उसने बंजर जमीन पर खेती करने की सोची. मौसमी सब्जी लगायी. इसके बाद कई बार ब्लाॅक के चक्कर लगाये, पर कृषि यंत्र या बीज आदि की सुविधा नहीं मिली. कहा कि सरकारी लाभ से वंचित होने के बाद इस वर्ष उन्होंने निजी खर्च से गेहूं का बीज खरीदा और खेती शुरू की.
कहा कि इस वर्ष उसने 20 कट्ठा जमीन पर गेहूंं लगाया है. कुछ जमीन पर मौसमी सब्जी भी लगायी है. कहा कि प्रशासन व कृषि विभाग सहयोग करे तो वह अपनी दो एकड़ बंजर जमीन को हरा-भरा कर आर्थिक उपार्जन कर सकता है.