गिरिडीह : ऊर्जा मंत्री राजेंद्र सिंह के गिरिडीह दौरा के क्रम में एक बड़ा हादसा होते-होते बचा था. हादसे की भनक किसी को नहीं लगे, इसकी पूरी कोशिश की गयी. लेकिन गिरिडीह परिसदन के कमरा नंबर चार में ऐसा निशान अब भी मौजूद है, जो घटना की सच्चाई बयां करता है.
प्रभात खबर की टीम को जानकारी मिलने के बाद इसने सत्यता की जांच की, जो सही निकला. श्री सिंह झारखंड स्थापना पखवारा समारोह में भाग लेने आये हुए थे. 26 नवंबर को कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद रात में परिसदन में ठहरे थे. मंत्री के साथ आयी एस्कॉर्ट टीम कमरा नंबर चार में रुकी हुई थी. 27 नवंबर की सुबह मंत्री का कार्यक्रम गिरिडीह से निकलने का था. पुलिस के जवान भी निकलने की तैयारी में थे.
इसी क्रम में एक जवान की इंसास से गोली चल गयी. गोली कमरे की छत से जा लगी. कमरे में मौजूद एक जवान बाल-बाल बच गया. आवाज तो सुनाई पड़ी, लेकिन लोग समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर गोली कहां चली? इस बीच कमरा नंबर चार में ठहरे जवानों ने उसे बंद कर लीपापोती शुरू कर दी.
गोली लगने वाली जगह का प्लास्टर टूट गया है. प्रशासन ने भी मामले को दबाने का भरसक प्रयास किया. नगर थाना प्रभारी रवींद्र कुमार सिंह से जब बात की गयी, तो उन्होंने पूरे मामले से अनभिज्ञता जाहिर की है.