हो–हंगामे के बीच जिले के 24 बालू घाटों का खुला टेंडर
गिरिडीह : गुरुवार को समाहरणालय में हो–हंगामे के बीच जिले के 24 बालू घाटों का टेंडर खोला गया. इस निविदा प्रक्रिया में लगभग 90 निविदाकर्ताओं ने भाग लिया. गुरुवार को 10 बालू घाटों का टेंडर संपन्न हुआ, जिसमें से 9 बालूघाटों पर उच्चतम बोली लगा कर मुंबई की द मिल्स स्टोर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड ने कब्जा जमा लिया.
संपन्न हुए बालू घाटों टेंडर में सर्वाधिक उच्चतम बोली जामताड़ा बालू घाट पर लगायी गयी. इस बालू घाट की उच्चतम बोली 97 लाख 5 सौ रुपये लगायी गयी. प्रात: 11 बजे डीसी दीप्रवा लकड़ा के निर्देश पर अपर समाहर्ता आनंद मोहन पाठक व डीएमओ उपेंद्र नारायण सिंह की अगुआई में टेंडर प्रक्रिया शुरू हुई.
सुबह से ही बालू घाटों की नीलामी को लेकर समाहरणालय परिसर में गहमागहमी का माहौल रहा. जैसे ही मुंबई की दो कंपनियां टेंडर के दौरान समाहरणालय पहुंची, माहौल गरम हो गया. एक ओर जहां समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में निविदा खोली जा रही थी, वहीं दूसरी ओर बाहर में हो हंगामा जारी था.
इस दौरान झाविमो द्वारा बालू घाटों की नीलामी प्रक्रिया का जम कर विरोध किया गया. झाविमो द्वारा मुंबई की कंपनी के टेंडर में भाग लेने का विरोध किया जा रहा था. इसके जवाब में झारखंड मुक्ति मोरचा के नेता भी मुखर होकर सामने आ गये. झाविमो और झामुमो के बीच काफी देर तक हंगामा व नारेबाजी होता रहा.
बाद में पुलिस पदाधिकारियों की हस्तक्षेप के बाद माहौल शांत हुआ. इधर, समाहरणालय के सभा कक्ष में टेंडर चलता रहा. लेकिन शाम लगभग 5 बजे टेंडर की प्रक्रिया को तब स्थगित करने की घोषणा अधिकारियों ने कर दी जब जामताड़ा के बालू घाट का टेंडर संपन्न हुआ. कई निविदादाताओं का कहना था कि निर्धारित समय पर मुंबई की कंपनी ने दस प्रतिशत की राशि नहीं जमा करायी.
काफी देर तक इस मामले को लेकर हो–हंगामा होता रहा. इसके बाद कई निविदादाताओं ने मांग की कि टेंडर की प्रक्रिया को स्थगित कर दी जाय. निविदादाताओं के लिखित अनुरोध पर टेंडर प्रक्रिया स्थगित कर दी गयी.