– रिंकेश कुमार –
गिरिडीह : कमरतोड़ महंगाई से जहां लोगों का पहले से ही बुरा हाल था. वहीं फैलिन तूफान के कारण कई स्थानों पर सब्जियों की खेती बरबाद होने के कारण पिछले दो दिनों से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं.
सब्जियों की कीमत चढ़ने से न सिर्फ लोगों के मुंह का जायका बिगड़ गया है बल्कि लोग किलो के बजाय अब ग्राम में सब्जियों की खरीदारी कर रहे हैं. शारदीय नवरात्र के बाद अचानक सब्जियों की कीमत में आये उछाल से लोगों के होश उड़ गये है. सब्जी विक्रेताओं की मानें तो सब्जियों के दाम बढ़ने के पीछे फैलिन तूफान व पेट्रोलियम पदार्थो में हुई वृद्धि मुख्य कारण है.
हाल के दिनों में डीजल की कीमत में लगातार हो रही वृद्धि के कारण सब्जी के ढुलाई खर्च में काफी वृद्धि हुई है. वहीं फैलिन तूफान के दौरान दो दिनों तक हुई लगातार बारिश से भी झारखंड के अलावा बंगाल, ओड़िशा सहित अन्य स्थानों पर सब्जियों की खेती काफी बरबाद हो गयी है. इससे सब्जियों की आपूर्ति प्रभावित हो रही है.
कार्तिक में भी आसमान में रहेंगे सब्जियों के भाव : दो दिनों के बाद कार्तिक का महीना शुरू होने जा रहा है. इस महीने में पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है.
इस कारण लोग मांस–मछली त्याग कर हरी सब्जियों का उपयोग करते हैं. इससे कार्तिक महीने में सब्जियों की मांग बढ़ जाती है.
40 के भाव बिक रही हैं सब्जियां : दो दिनों से सब्जियों के भाव काफी चढ़े हुए हैं. दो दिन पहले तक 10 के भाव बिकने वाली सब्जियां अभी चार गुणा भाव में बिक रही हैं. अमूमन सभी सब्जियां 40 के भाव में बिक रही हैं.
बुधवार को भिंडी-40 रुपये किलो, करेला– 40 रुपये, पटल– 40 रुपये, टमाटर-40 रुपये, खीरा-48 रुपये, बंधागोभी– 40 रुपये, बैगन– 24 रुपये किलो, फूलगोभी 25 रुपये पीस, झींगा– 20 रुपये, नेनुआ– 15 रुपये किलो बिक रहा था, जबकि फरसबीन-100 रुपये किलो बिका. वहीं नया आलू 32 रुपये किलो व पुराना आलू का भाव दो दिनों में दोगुणा होकर 16 रुपये किलो हो गया.