गिरिडीह/मधुबन : मोक्ष सप्तमी पर शनिवार को जैन धर्म के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन व भगवान पार्श्वनाथ की निर्वाण भूमि शाश्वत तीर्थ में भक्तों का जन सैलाब उमड़ पड़ा. देश-विदेश से पहुंचे लगभग 25 हजार भक्तों ने पारसनाथ पर्वत की सर्वोच्च चोटी में विराजमान पार्श्वनाथ प्रभु की टोंक में पूजा-पाठ कर निर्वाण लाड़ू चढ़ाया.
सुबह श्रद्धालुओं का जत्था बीसपंथी कोठी स्थित आदि मंदिर से पूजा कर भगवान पार्श्वनाथ की अष्टधातु की चमत्कारिक प्रतिमा को सिर पर लिये गाजे-बाजे के साथ पर्वत पर स्थित पार्श्वनाथ प्रभु के टोंक पर पहुंचे. यहां सबसे पहले प्रभु का ध्वजारोहण किया गया. इस दौरान मंगल कलश सिपना, भगवान का मंगल अभिषेक, शांतीधारा, विशेष पूजन कर प्रभु को निर्वाण लाड़ अर्पित किया गया.
इसके बाद विभिन्न प्रांतों से आये श्रद्धालुओं के ने कतारबद्ध होकर प्रभु के दर्शन किये. प्रशासन ने की थी पुख्ता व्यवस्था मोक्ष सप्तमी को लेकर जैन तीर्थ स्थल में पिछले तीन चार दिनों से ही देश-विदेश के विभिन्न कोने से भक्तों का आना शुरू हो गया था.