तिसरी : तिसरी थाना क्षेत्र के नैयाडीह में होली के दौरान दो गुटों के बीच हुए मारपीट में दस लोग घायल हो गये. दोनों गुटों की ओर से तिसरी थाना में अलग-अलग मामला दर्ज कराया गया है. मामले की जानकारी मिलते ही उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के डीआईजी उपेंद्र कुमार, डीसी डा. मुकेश कुमार वर्मा, एसपी क्रांति कुमार, एसडीओ रविशंकर विद्यार्थी व एसडीपीओ राजकुमार मेहता घटनास्थल पर पहुंचे और सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कर लोगों का बयान कलमबद्ध किया.
पुलिस ने दोनों पक्षों से पांच-पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस घटना में एक पक्ष से सुरेश पंडित, शोभा देवी, ललित पंडित, टेको पंडित, उमेश पंडित, उर्मिला देवी, मनोज पंडित जबकि दूसरे पक्ष से मो नसीम, मो मोइन व मो नासीर घायल हुए हैं. एक पक्ष से 18-20 व दूसरे पक्ष से 12 लोगों को नामजद व कई अज्ञात पर तिसरी थाना में मामला दर्ज किया गया है.
शुक्रवार की देर रात तक वरीय पुलिस अधिकारी नैयाडीह में रहे और तिसरी थाना के अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिये. होली में हुई इस तरह की घटना की सर्वत्र निंदा हो रही है. घटना से नैयाडीह के हर परिवार के लोग परेशान हैं. शनिवार को एसडीओ रविशंकर विद्यार्थी व एसडीपीओ राजकुमार मेहता ने दोनों पक्षों से शांति बनाये रखने की अपील की. कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा.
भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृति नहीं होने दी जायेगी. पुलिस प्रशासन सख्ती से कदम उठायेगा. शांति बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. इधर नैयाडीह में शांति बहाल करने के बीडीओ मो कयुम अंसारी, अंचलाधिकारी कृष्ण कुमार मरांडी, थाना प्रभारी विनोद उरांव समेत गावां, देवरी के थाना प्रभारी व पुलिस अंचल निरीक्षक कैंप किये हुए हैं.
मामले की जांच होगी: डीआइजी
गिरिडीह : हजारीबाग प्रमंडल के डीआइजी उपेंद्र कुमार ने तिसरी के नैयाडीह में हुए दो पक्षों में मारपीट के संदर्भ में कहा कि मामले की जांच करायी जायेगी. माहौल खराब करनेवालों को चिह्न्ति भी किया गया है. मामले पर पूरी नजर रखी जा रही है. पुलिस पदाधिकारियों को भी कई निर्देश दिये गये हैं. शनिवार को श्री कुमार नये परिसदन भवन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि थाना में लंबित मामलों का जल्द निष्पादन किया जायेगा. इसके लिए सभी पुलिस पदाधिकारियों को विशेष निर्देश दिया गया है. पुराने मामले के निष्पादन को लेकर वे खुद मॉनीटरिंग करेंगे. जेल की सुरक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि जेल के अंदर की सुरक्षा की जवाबदेही जेल प्रशासन की है, वहीं जेल के बाहर की सुरक्षा की जवाबदेही पुलिस की है. इस दौरान डीएसपी विजय आशिष कुजूर और शंभु कुमार सिंह भी मौजूद थे.