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संकट में है आदिवासियों की सभ्यता व संस्कृति
पीरटांड़/मधुबन : जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन में आदिवासी समाज के लोगों ने गुरुवार को धूमधाम के साथ बाहा पर्व मनाया. कार्यक्रम का आयोजन मरांग बुरू सांवता सुसार बैसी द्वारा मधुबन के हटिया मैदान में किया गया. बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज आदिवासियों की सभ्यता व संस्कृति संकट […]
पीरटांड़/मधुबन : जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन में आदिवासी समाज के लोगों ने गुरुवार को धूमधाम के साथ बाहा पर्व मनाया. कार्यक्रम का आयोजन मरांग बुरू सांवता सुसार बैसी द्वारा मधुबन के हटिया मैदान में किया गया. बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज आदिवासियों की सभ्यता व संस्कृति संकट में है.
इसे बचाने के लिए आदिवासी समाज के लोगों को आगे आना होगा. आज के युवा पश्चिमी सभ्यता को अपनाते जा रहे हैं. अपनी संस्कृति को बचाने के लिए युवाओं को आगे आना होगा. उन्होंने कहा कि शिक्षा के बगैर आदिवासी समाज का विकास नहीं हो सकता. संस्था के जिला उपाध्यक्ष बुधन हेंब्रम ने विभिन्न राज्यों से आये समाज को मधुबन में जगह नहीं मिलने पर नाराजगी जतायी. बता दें कि कार्यक्रम 18 व 19 फरवरी को आयोजित किया जाना था.
जुग जाहेर थान से निकाली गयी सांस्कृतिक यात्र : बुधवार को विभिन्न राज्यों से आये आदिवासी समाज के लोग जुग जाहेर थान पहुंचे. गुरुवार की सुबह जुग जाहेर थान में पूजा अर्चना के बाद सांस्कृतिक यात्र निकाली गयी. यह यात्र मधुबन हटिया मैदान पहुंची और एक सभा में तब्दील हो गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता नुनका टुडू ने की व संचालन अजरुन हेंब्रम, अजरुन मरांडी व सिकंदर हेंब्रम ने किया. कार्यक्रम में झामुमो व्यावसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुदिव्य कुमार सोनू, जिलाध्यक्ष पंकज ताह, साहेब राम, युवराज महतो, हीरालाल महतो आदि मौजूद थे.
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