गिरिडीह : आदिम जनजाति विकास समिति की बैठक मंगलवार को समाहरणालय में डीसी डीपी लकड़ा की अध्यक्षता में हुई. मौके पर आदिम जनजाति विकास समिति ट्रस्ट के संसाधन को बढ़ाने व ट्रस्ट का पुन: रजिस्ट्रेशन करने पर विचार-विमर्श हुआ. इसके अलावा बिरहोर टंडा में भविष्य की योजना के क्रियान्वित करने पर बल दिया गया.
सर्व शिक्षा अभियान को हर बिरहोर टंडा के ट्रैकिंग की जिम्मेवारी मिली और सभी बिरहोर टंडा में संकुल साधन सेवी नियुक्त करने का निर्देश डीसी ने दिया. कहा कि बिरहोर टंडा की देख-रेख की जिम्मेवारी अब संकुल साधनसेवियों की होगी. बिरहोर टंडा में पदस्थापित संकुल साधनसेवी प्रत्येक दिन चार से छह घंटा वहां रहकर बिरहोर बच्चों को पढ़ाने का काम करेंगे. इसके अलावा बिरहोरों के बीच जागरूकता अभियान चलाने, कृषि कार्य को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य सेवा में सुधार, गर्भवती महिलाओं को पोषाहार, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा व बीमार व्यक्तियों को मदद पहुंचाने की बात कही गयी.
सरकारी योजना को शत प्रतिशत लागू करने तथा लंबित विकास योजना को क्रियान्वित करने पर विचार विमर्श हुआ. डीसी ने कहा कि जुलाई में बिरहोर बच्चों के लिए होस्टल बनकर तैयार हो जायेगा. जो बच्चे कार्मेल स्कूल से ड्रॉप आउट हुए हैं, उन बच्चों को पुन: कार्मेल स्कूल से जोड़ा जायेगा. डीसी ने स्वीकार किया कि बिरहोर में मृत्यु दर काफी हद तक समाप्त हुआ है. अब बिरहोर जाति विलुप्त नहीं हो रहे हैं, बल्कि उनकी जनसंख्या भी बढ़ रही है. बैठक में आदिम जनजाति विकास समिति के अध्यक्ष सरदार गुणवंत सिंह, सचिव पत्रकार अरविंद कुमार, सतीश कुंदन, चुन्नूकांत, कृष्णकांत, प्रमोद कुमार, सुरेश शक्ति, श्रवण केडिया, शबाना रब्बानी भी मौजूद थी.