संदर्भ राज्यपाल का गढ़वा सदर अस्पताल का निरीक्षण कार्यक्रम
गढ़वा : झारखंड की राज्यपाल के डंडा को ओडीएफ घोषित करने के लिए डंडा में समारोह में शामिल होने के साथ गढ़वा सदर अस्पताल का निरीक्षण करने का भी कार्यक्रम था़ राज्यपाल के कार्यक्रम की शुरुआत गढ़वा सदर अस्पताल के निरीक्षण से ही शुरू हुआ़ राज्यपाल के सदर अस्पताल के निरीक्षण को लेकर अधिकारी पहले से ही काफी परेशान थे़
वर्षों पूर्व तैयार सदर अस्पताल भवन में सारी व्यवस्था दुरुस्त दिखाने के लिए हरसंभव प्रयास किया गया़ इसका सबसे बड़ा कारण था कि राज्यपाल कहीं सदर अस्पताल के पुराने भवन में पहुंच कर मरीजों की स्थिति, बिस्तर व अस्पताल परिसर में पसरी गंदगी से रू-ब-रू न हो जायें, इसलिए उनका पूरा निरीक्षण कार्यक्रम नये अस्पताल भवन परिसर में ही सीमित कर दिया गया था़
इस दौरान निरीक्षण का तसवीर ले रहे पत्रकारों को उपायुक्त के गुस्से का सामना करना पड़ा़ राज्यपाल जिस भी वार्ड में जाकर स्थिति की जानकारी लेनी चाही, उसे पूरी तरह से रिजर्व रखा गया था़
राज्यपाल के साथ उपायुक्त अपने अलावा सिर्फ सिविल सर्जन को ही किसी भी वार्ड में घुसने दे रही थी़
यहां तक कि अस्पताल के उपाधीक्षक को भी वार्ड में घुसने से रोक दिया गया़ इसके अलावा राज्यपाल के साथ गढ़वा नगर परिषद अध्यक्ष पिंकी केसरी को भी अंदर जाने से रोक दिया गया़ उपस्थित स्थानीय लोगों ने बार-बार प्रयास किया कि नगर अध्यक्ष को राज्यपाल के पास तक पहुंचने दिया जाये, लेकिन उन्हें हर बार सख्ती के साथ मना कर दिया गया़ नगर अध्यक्ष के साथ कुछ महिला वार्ड पार्षद भी अंतत: राज्यपाल से नहीं मिल सकी़ं इससे भी ज्यादा आक्रोश पत्रकारों को झेलना पड़ा. अस्पताल परिसर में कहीं भी राज्यपाल के आगे-पीछे तसवीर लेने का प्रयास करने पर डीसी के निर्देश पर अधिकारी बार-बार डांट रहे थे़ अंतत: डीसी खुद एक साथ सामूहिक रूप से पत्रकारों को सख्त हिदायत दी कि एक बार फोटो ले लिए न, अब आगे कोई फोटो नहीं लेगा़ उपायुक्त के इस तेवर को देखने के बाद कुछ छुटभैया अधिकारी और तेवर में आ गये.
इसके चलते राज्यपाल के विभिन्न स्थानों पर आयोजित कार्यक्रम को बार-बार अपमान सहकर पत्रकारों को कवरेज करना पड़ा. यही स्थिति झूरा मवि के निरीक्षण के दौरान भी पत्रकारों को झेलनी पड़ी़ इससे इतर राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू इस वाकये से बिल्कुल अनभिज्ञ रही़
अंतत: उपायुक्त राज्यपाल से अस्पताल की अव्यवस्था को छुपाने में पूरी तरह सफल रही़ राज्यपाल के नये भवन से निकलते ही उन्हें आगे के कार्यक्रम के लिए गाड़ी में बैठा दिया गया़ यद्यपि राज्यपाल जाते-जाते अस्पताल की व्यवस्था से संतुष्ट नहीं दिखी़ं उन्होंने अस्पताल में कई कमियों का उल्लेख करते हुए डीसी को इसमें सुधार लाने को कहा़